खेलPosted at: Jun 7 2020 8:46PM सुरक्षित माहौल में लार के इस्तेमाल से परेशानी नहीं होनी चाहिए: पोलक
नयी दिल्ली, 07 जून (वार्ता) दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज शॉन पोलक का कहना है कि अगर सुरक्षित माहौल में क्रिकेट का आयोजन किया जाता है तो इसमें गेंदबाजों के गेंद पर मुंह की लार के इस्तेमाल से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले के नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की तकनीकी समिति ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गेंदबाजों के गेंद पर मुंह की लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। समिति ने हालांकि पसीने की इजाजत दी थी।
46 वर्षीय पोलक ने फॉलोइंग ऑन क्रिकेट पोडकास्ट से कहा, “मेरे ख्याल से जो माहौल बनाया जा रहा है वो एक बुलबुले की तरह लगता है। खिलाड़ियों का टेस्ट किया जाएगा और उन्हें दो सप्ताह तक शिविर में रखा जाएगा जहां वे देखेंगे कि उनके शरीर में कोई बदलाव आता है या नहीं।”
उन्होंने कहा, “अगर किसी में कोई लक्षण नहीं दिखे तो लार के इस्तेमाल से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए क्योंकि उस वक्त आप ऐसे माहौल में हैं जहां कोई भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं है। इस माहौल में आप सामान्य तरीके से खेल सकते हैं।”
पोलक ने कहा, “मेरे ख्याल से मैच दर्शकों के बिना खेले जाएंगे औऱ खिलाड़ी जहां भी जाएंगे वहां सफाई और छिड़काव किया जाएगा औऱ सभी चीजें नियमों के तहत होंगी।” पोलक से पहले वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने भी कहा था कि अगर मैच सुरक्षित माहौल में कराए जाएंगे तो ऐसे में गेंद पर लार के प्रतिबंध का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में क्रिकेट गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई हैं। इस बीच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आठ जुलाई से तीन टेस्ट मैचों की सीरीज कराने की घोषणा की गयी है जो दर्शकों के बिना आयोजित की जाएगी।
शोभित राज
वार्ता