लखनऊ,16 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में राजस्व बढ़ाने के लिए सभी प्रभावी कदम उठाने के साथ कर चोरी रोकने के लिए तकनीक का प्रयोग करने के निर्देश दिए।
श्री योगी शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश के सबसे ज्यादा उपभोक्ता मौजूद हैं। ऐसे में जीएसटी का सर्वाधिक संकलन यहां पर होना चाहिए। जीएसटी में टैक्स कलेक्शन बढ़ने से राजस्व संग्रह में बढ़ोत्तरी होगी, जिसका लाभ राज्य को मिलेगा। उन्होंने मुख्य सचिव को राज्य के राजस्व संग्रह की साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को वर्ष 2019-20 के कर राजस्व के लक्ष्यों के विषय में अपर मुख्य सचिव वित्त द्वारा अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि जीएसटी एवं वैट, आबकारी, स्टाम्प एवं निबन्धन, परिवहन, ऊर्जा और भू-राजस्व मदों के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में जुलाई, 2019 तक 41202.86 करोड़ रुपए के राजस्व की प्राप्ति हो चुकी है।
करेत्तर राजस्व के तहत भूतत्व एवं खनिकर्म, सिंचाई (मुख्य, मध्यम व लघु), वानिकी तथा वन्य प्राणी, पुलिस, लोक निर्माण (सड़क व सेतु), लोक निर्माण (आवास), लोक निर्माण कार्य विभाग, आवास (नजूल भूमि की बिक्री), श्रम तथा रोजगार, फसल कृषि कर्म तथा अन्य प्राप्तियों के तहत जुलाई, 2019 तक 1982.02 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति हो चुकी हैै।
श्री योगी ने कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस राजस्व से ही विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करती है। उन्होंने आबकारी विभाग को कर संग्रह में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके तहत ट्रैक एण्ड ट्रैस व्यवस्था को शीघ्र लागू करने के निर्देश दिए।
त्यागी
जारी वार्ता