राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 21 2021 8:37PM उत्तर प्रदेश का पहला डिजिटल बजट सोमवार को होगा पेश
लखनऊ 21 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ ने अपने मौजूदा कार्यकाल का पांचवां और आखिरी बजट सोमवार को विधानसभा में सदन के पटल पर प्रस्तुत करेगी। केन्द्र सरकार की तर्ज पर पहली बार यूपी में भी बजट प्रस्ताव डिजीटल प्रणाली से पढ़े जायेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि बजट जनकल्याण की योजनाओं से भरपूर होगा। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार बजट में किसान,नौजवान,महिला और श्रमिक समेत सभी वर्गो के हितों का ध्यान रखेगी।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सुबह 11 बजे विधानसभा में 2021-22 के बजट प्रस्तावों को आई पैड के जरिये पढेंगे जबकि सभी सदस्यों को बजट का विवरण उनके आई पैड पर उपलब्ध होगा। बजट का आकार 5.60 लाख करोड़ तक होने का अनुमान है। गौरतलब है कि चालू वित्तीय वर्ष के बजट का आकार 5.36 करोड़ का है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही अपने मंत्रियों को निर्देश दे चुके है कि वे बजट अनुदानो का उचित उपयोग अपने विभाग में करें और लोगों को अपने विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दें।
इस बीच विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों को सलाह दी गयी है कि वे बजट से पहले एप्पल ब्रांड का आई पैड अथवा टैबलेट खरीद लें जिसकी अधिकतम कीमत 50 हजार रूपये होना चाहिये। सरकार इस रकम का भुगतान बिल की पर्ची दिखाने पर कर देगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया अभियान को रफ्तार देने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र की तर्ज पर यूपी का बजट पेपरलेस किये जाने की घोषणा की थी। ई गर्वनेंस की दिशा में उठाये गये इस कदम के तहत विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों का प्रशिक्षण शिविर भी 11 से 13 फरवरी के बीच आयोजित किया गया था जिसमे उन्हे आई पैड समेत अन्य डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण शिविर का संचालन केन्द्र की संस्था एनआईसी ने किया था।
सूत्रों के अनुसार भविष्य में सभी सरकारी कामकाज और विभागीय संवाद डिजिटल उपकरणों के जरिये होंगे। पेपरलेस प्रणाली पर जोर दे रही सरकार अब कैबिनेट की बैठक भी पेपरलेस करेगी। ई कैबिनेट के लिये एक पोर्टल डिजाइन किया गया है जिसके जरिये मंत्रिमंडल के सदस्य और अधिकारी कैबिनेट मीटिंग में जुडेंगे।
प्रदीप
वार्ता