नयी दिल्ली 16 मई (वार्ता) उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और संरक्षा के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए संचार, रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज संचार साथी पोर्टल का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर श्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए आज तीन सुधार किए जा रहे हैं।
सीईआईआर(सेंट्रलाइज्ड इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर) - चोरी/खोए मोबाइल ब्लॉक करने के लिए। अपने मोबाइल कनेक्शन को जानें - अपने नाम से रजिस्टर्ड मोबाइल कनेक्शन को जानने के लिए। एएसटीआर (टेलीकॉम सिम ग्राहक सत्यापन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेशियल रिकग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन) धोखाधड़ी करने वाले सब्सक्राइबर्स की पहचान करने के लिए।
उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन का दुरुपयोग कर पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, बैंकिंग धोखाधड़ी जैसे विभिन्न धोखे भी हो सकते हैं। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ता सुरक्षा ड्राफ्ट टेलीकॉम बिल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। संचार साथी पोर्टल का उपयोग करके, अब तक धोखाधडी करने वाले 40 लाख से अधिक कनेक्शन की पहचान की गई है और 36 लाख से अधिक ऐसे जुड़ावों को अब तक बंद कर दिया गया है।
श्री वैष्णव ने उपयोगकर्ताओं से पोर्टल पर जाकर सेवाओं का लाभ उठाने की अपील की। 117 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ, भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम इकोसिस्टम के रूप में उभरा है। कम्यूनिकेशन के अलावा, मोबाइल फ़ोन बैंकिंग, मनोरंजन, ई-लर्निंग, स्वास्थ्य सेवाएं, सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं।
इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि उपयोगकर्ताओं को पहचान चोरी, जाली केवाईसी, मोबाइल उपकरणों की चोरी, बैंकिंग धोखाधड़ी आदि जैसे विभिन्न जालसाजियों से सुरक्षित रखा जाए। उपयोगकर्ताओं को संरक्षित करने के लिए, दूरसंचार विभाग ने संचार साथी नामक एक नागरिक सेंट्रिक पोर्टल विकसित किया है।
पूरा सिस्टम दूर संचार विभाग द्वारा स्वयं तैयार किया गया है।
शेखर
वार्ता