बेंगलुरु 22 अप्रैल (वार्ता) उप राष्ट्रपति एम. वेकैया नायडू ने गत रविवार को श्रीलंका के चर्चों और होटलों में हुए आतंकवादी हमले पर सोमवार को शोक जताया और संयुक्त राष्ट्र (संरा) से अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श करने का आह्वान किया।
श्री नायडू ने बेंगलोर विश्वविद्यालय की 54वें दीक्षांत समारोह के मौके पर अपने संबोधन में कहा, “विश्व के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रहे आतंकवादी हमले अति निंदनीय है और संरा जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए व्यापक सम्मेलन आयोजित करना चाहिए। भारत ने आतंकवाद के सभी प्रारूपों को आपराधिक माना है और आतंकवादियों, उनके वित्त पोषकों और सहयोगियों को धन, हथियार और सुरक्षित ठिकाना देने का इंकार कर दिया है।”
उन्होंने विश्व समुदाय से आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने कहा है कि दुनिया के सभी देशों को आतंकवाद के अमानवीय करतूतों, उनकी सहायता और प्रोत्साहन देने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “सिर्फ निंदा करना और सहायता प्रदान करना ही पर्याप्त नहीं होगा। हमें आतंकवाद के मूल कारण को जानकार इसे जड़ से खत्म करना होगा।”
उपराष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में आतंकवादी हमलों में हजारों निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शांति स्थापित किये बिना प्रगति का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने श्रीलंका में हुए बर्बर आतंकवादी हमलों पर शोक व्यक्त करने हुए कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में श्रीलंका सरकार और वहां के लोगों के साथ खड़ा है।