कोलकाता 16 नवंबर (वार्ता) आईसीसी विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका पर मिली तीन विकेटों की रोमांचक जीत पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि कुछ समय तक काफी अधिक तनाव रहा।
आज यहां हुए मुकाबले में मिली जीत पर कमिंस ने कहा, “कुछ घंटों में तनाव काफ़ी अधिक रहा, लेकिन एक शानदार मैच हुआ। हमने सोचा था कि थोड़ी स्पिन होगी। उम्मीद नहीं थी कि स्टार्क और जॉश इतनी जल्दी गेंदबाज़ी करेंगे। बादल छाए थे और स्विंग हो रही थी तो अधिक बुरा नहीं था। टूर्नामेंट की शुरुआत में हमारी फील्डिंग अच्छी नहीं थी। हेड के पास ऐसे ही विकेट लेने की कला है। पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग गेंदबाज़ों ने योगदान दिए हैं। एक कठिन विकेट पर दो अच्छे स्पिनर्स के सामने इंग्लस ने अच्छी बल्लेबाज़ी की। अच्छी बात है कि हम से कुछ लोग पहले भी फाइनल खेल चुके हैं। 2015 विश्व कप फाइनल यादगार था तो एक और विश्व कप फाइनल में वो भी भारत में खेलने के लिए इंतजार नहीं कर पा रहा।”
वहीं दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा, “शब्दों में बता पाना कठिन है। ऑस्ट्रेलिया को फाइनल के लिए शुभकामनाएं। मैच में अधिकतर समय उनका खेल शानदार रहा और वे जीत के हकदार थे। हमने बल्ले और गेंद से जिस तरह की शुरुआत की वही टर्निंग प्वाइंट रहा, हम वहां बुरी तरह हारे। परिस्थितियों और बेहतरीन आक्रमण ने हमारा टॉप ऑर्डर बिखेर दिया। उन्होंने हमें पूरी तरह दबाव में डाला। क्लासन के आउट होने से पहले हम मोमेंटम हासिल कर रहे थे और सभी को पता है कि आखिरी के ओवरों में वह कितने खतरनाक हो सकते हैं। डेविड मिलर ने दिखाया कि एक खिलाड़ी के रूप में वह क्या कर सकते हैं।”
प्लेयर ऑफ द मैच ट्रैविस हेड ने कहा कि सबकुछ बयां कर पाना मुश्किल है। तनाव वाला फिनिश, शानदार गेम। हमें पता था कि पिच का व्यवहार कैसा होने वाला है। तीन-चार दिन यहां बिताने के बाद आप हर रात इसके बारे में सोचते हैं। विकेट काफ़ी शानदार रहा हैं। इतनी स्पिन नहीं देखी थी, लेकिन यह पिच घूम रहा था। लगा था कि मैं विश्व कप नहीं खेल पाउंगा, ऑस्ट्रेलिया के लिए योगदान देना चाहता हूं। मैं दबाव में था, लेकिन गेंद सीधी रही और क्लासन आउट हुए। बल्ले से आक्रमण करना हमेशा प्राथमिकता होती है। सपने में भी नहीं सोचा था कि एक ऐसी टीम के ख़िलाफ़ विश्व कप फाइनल खेलूंगा जो टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम रही हो।
राम
वार्ता