लखनऊ 08 अगस्त (वार्ता) टीवी धारावाहिक ‘एक था राजा एक थी रानी’ के जरिये छोटे पर्दे पर खास पहचान बना चुके सरताज गिल को उम्मीद है कि उनका आगामी टीवी शो उनके करियर को सुनहरा बनाने में मददगार साबित होगा।
एंड टीवी पर 27 अगस्त को प्रसारित होने वाले टीवी शो ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी’ के प्रमोशन के मौके पर नवाब नगरी आये सरताज ने कहा “ किसी भी कलाकार के लिये नया शो उम्मीद की किरण लेकर आता है। यह सही है कि एक था राजा एक थी रानी में मेरे अभिनय काे सराहा गया लेकिन मैं हर बार नये अवतार पर नजर आना चाहता हूं और मैं संतुष्ट हूं कि इस बार मुझे एक गरीब घर के साधारण युवक का किरदार मिला और मै इस किरदार के साथ पूरा न्याय करने की कोशिश करूंगा। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को यह किरदार ‘मुद्दू’ पसंद आयेगा। ”
उन्होने कहा कि बदकिस्मती से 2011 में मेरे फिल्मी करियर की शुरूआत करने वाली बालीवुड फिल्म ‘खाप’ को सेंसर से मंजूरी नहीं मिली। इससे थोड़ी निराशा जरूर हुयी लेकिन इस बीच दो तमिल फिल्मों में मिले मौकों ने मेरी उम्मीदों को बौना नहीं होने दिया।
सरताज ने कहा कि 2015 में बेगूसराय में प्रियम ठाकुर की भूमिका को दर्शकों ने सराहा लेकिन एक साल के अंतराल में मैने किन्ही कारणों से वह धारावाहिक छोड दिया और फिर एक था राजा एक थी रानी में मै एक बार फिर नयी भूमिका में दर्शकों के सामने थो।
सरताज गिल ने अपने आगामी टीवी सीरियल को लेकर कहा, “ इसमें मेरी भूमिका मुद्दू गांव का रहने वाला एक साधारण युवक की है, जोकि अपने पिता की दुकान में उनका हाथ बंटाता है। भले ही बाहर से वह सख्त नज़र आता है, लेकिन अंदर से वह दिल का बहुत कोमल है। पहलवानी को लेकर उसके अंदर गजब का जुनून है, लेकिन घर में कुछ कारण की वजह से वह अपने सपने को पूरा नहीं कर पाया। उसने अपनी पूरी जिंदगी एक ऐसी लड़की से शादी करने का सपना देखा है जोकि माधुरी दीक्षित की तरह सुंदर हो, लेकिन उसका सपना चूर-चूर हो जाता है जब उसकी शादी गुड़िया से हो जाती है। वह उसके लिये बर्बादी का सबब ज्यादा है। ”
उन्होने कहा “ परदे पर मैंने जिस तरह के किरदार निभाये हैं, मुद्दू का किरदार एक ताजी हवा के झोंके की तरह था, लेकिन कुछ चुनौतियां भी साथ आयीं। मुद्दू में एक खास तरह का देसीपन है और उसका लुक नाॅन-ग्लैमरस है और मैं उन लोगों में से हूं जो हमेशा अपने लुक्स को लेकर जागरूक रहा हूं और कैमरे के सामने तो और भी ज्यादा।”
प्रदीप
वार्ता