राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Dec 21 2019 7:37PM लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं : अखिलेश
लखनऊ 21 दिसम्बर (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में हो रही हिंसा पर चिंता जताते हुये कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन जनता का अधिकार है लेकिन उसमें हिंसा का कोई स्थान नहीं हो सकता है।
श्री यादव ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी सीएए तथा एनआरसी के पक्ष में नहीं है। उसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा लेकिन लोगों को संयम बरतते हुये शांतिपूर्ण एवं अहिंसात्मक ढंग से ही अपनी बात रखनी चाहिए। उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सामाजिक सद्भाव बनाने और आपसी भाईचारा कायम रखने के लिए जनता के बीच जाएं और उनसे सम्पर्क बनाकर पार्टी का पक्ष रखे। किसी के बहकावे में नहीं आयें। सपा लोकतांत्रिक विरोध की पक्षधर है और उसकी मांग है कि किसी के साथ अन्याय न किया जाए। सरकार द्वारा निर्दोषों को फंसाने की साजिश नहीं होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार को मनमानी छोड़कर जनता की आवाज सुननी चाहिए। सत्ता के रोड रोलर से जनमत को कुचला नहीं जा सकता है। देश को तबाह करने और समाज की विषमता को बढ़ावा देने की किसी भी प्रवत्ति को देश स्वीकार नहीं करेगा। असहमति को विद्वेष भावना से नहीं देखा जाना चाहिए। देश में गंगा-यमुनी संस्कृति पर आघात को जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती।
श्री यादव ने कहा कि देश में अमन चैन कायम रखने की जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार जनता के हितों की रक्षा के लिए चुनी जाती है। उसे संविधान के दायरे में ही काम करना होता है। संविधान की मूलभावना से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जा सकता है। भाजपा सरकार को भी संविधान का सम्मान करना सीखना चाहिए।
प्रदीप
वार्ता