नयी दिल्ली, 20 मई (वार्ता) लोक सभा चुनाव के पांचवें चरण में आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 49 संसदीय सीटों और ओडिशा विधानसभा के दूसरे चरण के लिये 35 सीटों पर सोमवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया और मतदान शाम छह बजे चलेगा। कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदान समाप्त होने की समय सीमा में परिवर्तन हो सकता है।
इस चरण में 49 लोकसभा सीटों पर 695 उम्मीदवारों और ओडिशा विधानसभा के दूसरे चरण के लिये 35 सीटों पर उतरे 265 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से पहले चरण में 13 मई को 28 सीटों पर मतदान हो चुका है।
मुख्य चुनाव अधिकारियों एवं जिला चुनाव अधिकारियों को भीषण गर्मी और लू जैसे हालात को देखते हुये मतदान केन्द्रों पर उचित प्रबंधन के लिये पर्याप्त उपाय करने की सलाह दी गयी है। साथ ही यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं कि मतदान आरामदायक और सुरक्षित वातावरण में हो। मतदान केंद्र पर पर्याप्त छाया, पेयजल, रैंप, शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधायें मुहैया कराने के आदेश दिये गये हैं।
आयोग की एक विज्ञप्ति के अनुसार आज आठ राज्य / केंद्र-शासित प्रदेशों के कुल 8.95 करोड़ मतदाता 94,732 मतदान केंद्रों पर वोट डाल कर 695 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला तय कर सकेंगे। इनमें 4.69 करोड़ पुरुष तथा 4.26 करोड़ महिला और 5409 उभयलिंगी मतदाता अपने मताधिकार शामिल हैं।
इस चरण की 49 संसदीय सीटों में सामान्य श्रेणी की 39, अनुसूचित जनजाति तीन और अनुसूचित जाति की सात सीटें हैं। ओडिशा विधानसभा की 35 सीटों में सामान्य श्रेणी की 21, अनुसूचित जनजाति के लिये आठ और अनुसूचित जाति की छह सीटें हैं।
आयोग ने कहा है कि मतदान और सुरक्षा अधिकारियों को पहुंचाने के लिये 17 विशेष रेलगाड़ियाँ और 508 हेलीकॉप्टर उड़ानें संचालित की गयी हैं। मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन देने से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिये कुल 2000 उड़न दस्ते, 2105 स्टेटिक निगरानी टीमें, 881 वीडियो निगरानी टीमें और 502 वीडियो देखने वाली टीमें चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पांचवें चरण के लिये 85 वर्ष से अधिक उम्र के 7.81 लाख से अधिक पंजीकृत और 7.03 लाख दिव्यांग और सौ साल से अधिक उम्र के 24,792 मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही काफी सराहना और प्रतिक्रिया मिल रही है।
आयोग ने इस चरण के चुनाव को सुचारु और शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिये 153 पर्यवेक्षकों (55 सामान्य पर्यवेक्षक, 30 पुलिस पर्यवेक्षक, 68 व्यय पर्यवेक्षक) की तैनाती कर रखी है। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। कुल 216 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां और 565 अंतरराज्यीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त वस्तुओं को लाने और ले जाने पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गयी है।
पांचवें चरण में जिन आठ राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के संसदीय सीटों के लिये आज मतदान हो रहा है, उनमें उत्तर प्रदेश की 14, महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की सात, ओडिशा और बिहार की पांच-पांच, झारखंड की तीन और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की एक-एक सीट है।
इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, साध्वी निरंजन ज्योति, कौशल किशोर, डॉ प्रवीण भारती पवार, शान्तनु ठाकुर, कपिल पाटिल, अन्नपूर्णा देवी , भाजपा नेता राजीव प्रताप रूड़ी और राष्ट्रीय जनता दल की रोहिणी आचार्य शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की जिन 14 सीटों पर सोमवार को मतदान होगा, उनमें मोहनलाल गंज (सुरक्षित), लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन (सु.), झाँसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी (सु.), बाराबंकी (सु.), फैजाबाद, कैसरगंज और गोण्डा शामिल हैं। इसमें से 10 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और चार सीटें सुरक्षित हैं।
महाराष्ट्र में धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, थाने, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-पूर्व, मुंबई उत्तर - मध्य, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई दक्षिण संसदीय सीटों पर मतदान हाेगा। बिहार में जिन पांच सीटों पर चुनाव होना है, इनमें मधुबनी, सीतामढ़ी, सारण, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र हैं। इसके अलावा ओडिशा में बरगढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कंधमाल और अस्का, झारखंड में चतरा, कोडरमा और हजारीबाग, पश्चिम बंगाल में बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलूबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग है। केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की एक-एक मात्र संसदीय सीट के लिये मतदान होगा।
वर्ष 2019 के चुनाव में इन 49 सीटों में से 32 पर भाजपा, सात पर शिवसेना (अविभाजित) और चार पर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशियों को सफलता मिली थी।
चौथे चरण के मतदान के साथ कुल 543 सीटों में से 379 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। पहले चरण में 102, दूसरे में 88, तीसरे में 93 और चौथे में 96 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव कराये गये हैं। पहले चार चरणों में 45.1 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया है और इन चरणों में औसतन 66.95 प्रतिशत मतदान हुआ है। छठे और सातवें चरण में क्रमश: 25 मई और एक जून को मतदान कराये जायेंगे। मतगणना चार जून को होगी।
उप्रेती.श्रवण
वार्ता