शाहजहांपुर, 26 सितम्बर (वार्ता) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता और सामाजिक कार्यकर्ता वृंदा करात ने पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगााने वाली जेल में बंद विधि की पीड़ित छात्रा से मुलाकात की और मामले की जांच कर रही एसआइटी पर उठाए सवाल उठाया।
श्रीमती करात ,सुभाषनी अली अन्य महिला नेताओं के साथ गुरुवार को शाहजहांपुर पहुंचीं। उन्होंने प्रशासन की अनुमति के बाद पीड़ित छात्रा से जिला जेल में मुलाकात की। माकपा नेता करीब डेढ़ घंटे तक जेल में रही और पीडित छात्रा से विस्तार से जांच की। पीड़ित छात्रा से मुलाकात के बाद श्रीमती करात ने एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा को लिखित ज्ञापन सौपा है।
पीड़ित छात्रा से मुलाकात के बाद श्रीमती करात ने संवाददाताओं से बातचीत की। उन्होंने एसआईटी जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीड़िता का पहला बयान दिल्ली पुलिस के समक्ष सात सितम्बर को उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद हुआ । उस बयान में पीड़िता ने स्पष्ट तरीके से चिन्मयानंद पर रेप करने का आरोप लगाया था। यह रिपोर्ट एसआईटी के पास तुरंत भेज दी गयी थी, लेकिन छात्रा के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई ।
उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अपनी तरफ से जो एफआईआर दर्ज की उसमे जानबूझकर रेप का आरोप नहीं लगाकर 376 (सी) का आरोप लगाया । उन्होंने एसआईटी पर केस कमजोर करने का भी आरोप लगाया । उन्होंने चिन्मयानंद के खिलाफ एसआईटी से 376(1), 376 (2), (एफ), (के),(एन) की धाराओं के तहत एफआईआर की मांग की । उन्होंने यह भी कहा अपनी जांच के दौरान एसआईटी ने महत्वपूर्ण साक्ष्य जिसमे चश्मा भी शामिल है। टेप रिकॉर्डिंग करने का यंत्र गायब किये जाने की बात भी कही।
श्रीमती करात ने काॅलेज प्रशासन पर सबूत मिटाने का आरोप लगाते हुए आरोपियों पर धारा 201 के तहत एफआईआर करने की भी मांग की। इससे पहले
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में बुधवार सुबह गिरफ्तार किया था।
सं त्यागी
वार्ता