बीकानेर,05 फरवरी (वार्ता)तमिलनाडू के कोयम्बटूर से राजस्थान के बीकानेर आए पर्यावरण संरक्षण विशेषज्ञ के आर. मोहम्मद सलीम ने कहा कि रफ्तार और उड़ान के राजा गिद्ध की प्रजाति काफी संकट में है। यदि ध्यान नहीं दिया तो गिद्ध तो खत्म हो जाएंगे और इसका दुष्परिणाम इंसानों को भी भुगतना पड़ सकता है।
श्री सलीम ने बताया कि विशेष तौर पर गिद्ध प्रजाति यदि बचती है, प्रजनन सुचारू रहता है और संरक्षण संसाधन बढ़ते हैं तो इंसानों को बेहतर फायदे मिलेंगे। भारत में गिद्धों की सात प्रजातियां पाई जाती हैं। पूरे भारत में अब केवल दो प्रतिशत ही गिद्ध बचे हैं और बीकानेर में इनकी संख्या अधिक है। राउंड टेबल इंडिया इस शोध ग्रुप की प्रायोजक संस्था हैं।
बीकानेर राउंड टेबल इंडिया के अध्यक्ष राहुल अग्रवाल ने बताया कि कोयम्बटूर से पूरे भारत में भ्रमण करके पक्षियों की संरक्षण व्यवस्था तथा पक्षियों के बारे में शोध करने चार सदस्यों की टीम यहां पहुंची। श्री अग्रवाल ने बताया कि कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात के बाद अब राजस्थान में जैसलमेर व बीकानेर के पक्षियों की स्थिति को जाना है।