श्रीनगर 24 नवम्बर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में रविवार को प्रसिद्ध ‘रविवार बाजार’ खुला जबकि सिविल लाइन और पुराने श्रीनगर में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
दक्षिण कश्मीर के कुछ हिस्सों को छोड़कर शेष कश्मीर घाटी में जनजीवन सामान्य है। यहां के लोग केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को राज्य से अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने का विरोध कर रहे हैं।
राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित और अलगाववादी संगठनों के नेताओं को राहत नहीं दी गयी है। ये सभी पांच अगस्त से घाटी में नजरबंद है। घाटी में पांच अगस्त से इंटरनेट और प्री पेड मोबाइल सेवाएं निलंबित है।
जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिये जाने से पहले श्रीनगर सहित पूरी कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त जवानों को तैनात कर दिया गया था।
चार अगस्त से घर में नजरबंद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुख के गढ़, ऐतिहासिक जामिया मस्जिद और उसके आसपास की स्थिति में कोई बदलाव नहीं है। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी द्वार 5 अगस्त से बंद हैं। जामिया बाजार और पुराने शहर और शहर-ए-खास के हिस्सों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मस्जिद के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल और मुख्य द्वार पर बुलेट प्रूफ वाहन तैनात है।
सिविल लाइंस में लगभग तीन किमी में फैला ‘रविवार बाजार’ खुला और बड़ी संख्या में दुकानदारों ने अपने स्टॉल लगाए।
ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक में रविवार को व्यापार और अन्य गतिविधियां रूकी रहीं। सिविल लाइंस, बटमालू और पुराने शहर के मुख्य व्यापारिक केंद्रों में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। जबकि शहर के बाहरी इलाकों में सब्जियां, फल और अन्य आवश्यक चीजें बेचने वाली दुकानें विशेष रूप से काम करती देखी गईं। पिछले एक महीने से अधिक समय से शहर और बाहरी इलाकों में सुबह और बाद में शाम को कुछ घंटों के लिए दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान काम हो रहा था। तीन पहिया और कैब सहित कई सार्वजनिक वाहन भी शहर और जिला चल रहे है।
अनंतनाग से मिली एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां और कुलगाम में रविवार को आंशिक हड़ताल देखी गई जबकि दक्षिण कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में जनजीवन प्रभावित रहा।
अनंतनाग और कुलगाम जिलों में अधिकांश दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान काम कर रहे है। यहां कई कैब और अन्य सार्वजनिक परिवहन के वाहन चल रहे है।
वहीं शोपियां और पुलवामा में स्थिति भिन्न है यहां की अधिकांश दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा सड़कों पर यातायात बंद था। जबकि कुछ कैब, निजी वाहनों के अलावा तिपहिया वाहन चलते देखे गये।
बारामूला से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार यहां और उत्तरी कश्मीर के शहरों में जनजीवन सामान्य है। अधिकांश दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम हो रहा है और यातायात भी चल रहा है।
मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान आंशिक रूप से काम कर रहे है और कुछ सार्वजनिक परिवहन वाहन भी चल रहे है।
राम जितेन्द्र
वार्ता