भारतPosted at: Nov 2 2019 6:42PM व्हाट्अप हैंकिंग मामला लोगों की निजता का उल्लंघन: माकपा
नई दिल्ली , 02 अक्टूबर (वार्ता) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भारत के 40 पत्रकारों ,वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के व्हाट्सअप को इजरायली जासूसी संस्था द्वारा हैक किये जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह लोगों की निजता और आज़ादी का उल्लंघन है।
पार्टी पोलित ब्यूरो ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि इजरायल की पेगासस स्पाई वेयर कम्पनी ने दुनिया भर के करीब 1400 सौ से अधिक लोगों के फोन और व्हाट्सअप संदेशों को हैक किया है जबकि व्हाटसअप संदेश गुप्त रखे जाते हैं। बिना सरकार की आनुमति के किसी भी व्यक्ति के फ़ोन आदि को हैक करने उसके बुनियादी अधिकारों और निजता का उल्लंघन है। यह बात उच्चतम न्यायलय भी कह चुका है। बयान में कहा गया है कि इजरायली संस्था ने कहा है कि व्हाट्सअप की जानकारी उसने हैक नही की है बल्कि वह केवल ऐसा सॉफ्टवेयर बेचती है जिससे डेटा हैक किये जा सकते हैं। इससे संदेह की सुई सरकार पर है कि उसने इस सॉफ्टवेयर से वकीलों ,पत्रकारों तथा मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के डेटा हैक किये हों।
पार्टी का कहना है कि इस पूरे मामले की सत्यता की जांच की जाए क्योंकि गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसने यह सॉफ्ट वेयर नहीं खरीदा है और न ही रा जैसी किसी एजेंसी ने ।अगर सरकार ने नहीं खरीदा तो उसने डेटा लीक होने के मामले में प्राथमिकी क्यों जांच कराई है। पार्टी ने डेटा सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने की भी मांग की ताकि संदेश हैक न किये जा सकें।
अरविंद जितेन्द्र
वार्ता