खेलPosted at: Jun 10 2017 5:04PM अश्विन का मिलना चाहिए ‘मौका’
लंदन, 10 जून (वार्ता) गत चैंपियन भारत जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को करो या मरो के ग्रुप बी मुकाबले में खेलने उतरेगा तो उस समय सभी निगाहें इस बात पर होंगी कि टीम के स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में जगह मिलती है या नहीं। अश्विन को चैंपियंस ट्राफी में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ पहले दो मैचों में अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी। भारत ने पाकिस्तान को आसानी से हराया था लेकिन श्रीलंका के खिलाफ उसे 321 रन का मजबूत स्कोर बनाने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था। श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में भारतीय गेंदबाजी की कुछ कमजोरियां भी सामने आ गई थीं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नॉकआउट मुकाबले के लिए टीम प्रबंधन को अपने गेंदबाजी आक्रमण के बारे में रणनीति पहले से ही तय कर लेनी होगी और इस रणनीति में यह भी तय कर लेना होगा कि अश्विन को एकादश में मौका मिलता है या नहीं। 105 मैचाें में 145 विकेट ले चुके अश्विन दुनिया के सबसे अनुभवी आफ स्पिनर है और उनके अनुभव का इस्तेमाल हाेना चाहिए। अश्विन निचले क्रम में रन बनाने में भी सक्षम है। लेकिन भारत को अपने गेंदबाजों से रन से ज्यादा विकेटों की जरुरत है जो श्रीलंका के खिलाफ मैच में नहीं मिल पाए थे। राज एजाज जारी वार्ता