खेलPosted at: May 23 2019 9:11PM नये लुक में दिखाई देगा रोलां गैरों
पेरिस, 23 मई (वार्ता) लंबे अर्से तक चली कानूनी लड़ाई और ऐतिहासिक रोलां गैरों के स्थल से हटने की अटकलों के बीच वर्ष का दूसरा ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट अगले सप्ताह से नये रूप रंग में दिखाई देने को तैयार है।
आइफिल टावर की अनुमति और कानूनी लड़ाई के बाद फ्रेंच ओपन के प्रतिष्ठित कोर्ट फिलिप चैटरायर को वर्ष 2018 संस्करण के बाद ध्वस्त कर दिया गया था जो अगले सप्ताह से शुरू होने जा रहे 2019 संस्करण में पूरी तरह से नयी तकनीक और नये रूप में दिखाई देगा।
एक वर्ष के अंतराल में इसे पूरी तरह से नये सिरे से बनाया गया है जहां पर खुलने वाली छत इसका मुख्य आकर्षण होगी जिससे अब फ्रेंच ओपन में देर रात तक चलने वाले मैच कराना भी संभव होगा तथा प्रतिकूल मौसम की परिस्थितियों में भी खेलना संभव होगा जो वर्ष 2020 सत्र से शुरू होगा।
आइफिल टावर के भार का लगभग आधे भार वाले धातु के उपयोग से फिलिप कोर्ट को पुन: तैयार किया गया है। फ्रेंच टेनिस महासंघ के महानिदेशक जीन फ्रैंकोइिस विलोट ने बताया कि इस कोर्ट को तैयार करने में करीब 3700 टन धातु का उपयोग किया गया है। हालांकि फ्रेंच ओपन अभी भी बाकी तीन ग्रैंड स्लेम की तुलना में अपने ढांचागत बदलावों के मामले में काफी पीछे चल रहा है।
वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम आस्ट्रेलियन ओपन के तीन कोर्ट के लिये खुलने वाली छत पहले ही उपयोग में लायी जा रही है जबकि विंबलडन और यूएस ओपन के दो दो कोर्टों पर खुलने वाली छत है। करीब 15 हजार दर्शक क्षमता वाले फिलिप कोर्ट पर पुरानी हरी प्लास्टिक की सीटों के स्थान पर अब लकड़ी की नयी सीटें भी लगायी गयी हैं।
प्रतिष्ठित और एकमात्र क्ले कोर्ट टूर्नामेंट में अभी बाकी के कोर्टाें में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस प्रोजेक्ट के प्रमुख जाइल्स जार्डन ने कहा,“हमने क्ले कोर्ट का संरक्षण किया है और इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। बारिशों के दिनों में हमने इस पर कंक्रीट की स्लैब रखकर इसका पूरी तरह बचाव किया था। इस पूरे प्रोजेक्ट में करीब 35 करोड़ यूरो का खर्च आया है।”