भारतPosted at: Apr 23 2021 8:19PM मेडिकल परिधान बनाने का मिलेगा प्रशिक्षण
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (वार्ता) अपैरल मेड अप एंड होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल (एएमएच एसएससी) ने
देश में चिकित्सा परिधानों की बढ़ती मांग को देखते हुए चिकित्सा तथा सुरक्षात्मक परिधान बनाने का विशेष प्रशिक्षण शुरू किया है।
एएमएच एसएससी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महानिदेशक डॉ. रूपक वशिष्ठ ने एक समारोह में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस समय देश-दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से गुजर रही है। इस वायरस से लड़ने के लिए मास्क और पीपीई किट की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा परिधान उत्पादक देश है। परिधान क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियां अपने मौजूदा संसाधनों में थोड़ा सा बदलाव और प्रशिक्षण लेकर मेडिकल टेक्सटाइल और सुरक्षात्मक परिधान का उत्पादन कर सकती हैं और देश को इस क्षेत्र आत्मनिर्भर बनाने के साथ दूसरे देशों में आपूर्ति कर वहां के लोगों के जीवन बचाने में अपना योगदान दे सकती है।
उन्होंने बताया कि भारतीय परिधान निर्यात उद्योग व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट के उत्पादन को बढ़ाने और वैश्विक बाजारों में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने की योजना पर काम कर रहा है। इससे इस क्षेत्र में प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी। एएमएच एसएससी अपने दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के जरिये इस क्षेत्र में कुशल लोगों को तैयार करने की पहल की है।
उन्होंने कहा कि उद्योग की जरूरत को देखते हुए विशेष तौर पर मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमडीपी) तैयार किया गया है। शुक्रवार को औपचारिक तौर पर इसकी शुरुआत की गई। एएमएच एसएससी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, टेक्सटाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की दिल्ली इकाई और इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर (दिल्ली केंद्र) मिलकर युवाओं को मेडिकल टेक्सटाइल और सुरक्षात्मक परिधान (मेडिकल) तकनीक और कार्यान्वयन पर प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
इस अवसर पर टेक्सटाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के रितेश और इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के अध्यक्ष दिनेश कुमार मौजूद रहे।
सत्या.श्रवण
वार्ता