खेलPosted at: Jun 21 2019 6:50PM क्या चौथी बार ‘अर्जुन’ बन पाएंगे गौरव गिल
नयी दिल्ली, 21 जून (वार्ता) तीन बार के एशिया पैसेफिक और छह बार के इंडियन रैली चैंपियन गौरव गिल देश के प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिए क्या चौथी बार भाग्यशाली साबित हो पाएंगे।
गौरव गिल का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिए पिछले तीन वर्षों में लगातार भेजा गया था लेकिन खेल मंत्रालय और अर्जुन पुरस्कार चयन समिति ने उनके नाम पर कोई विचार नहीं किया। गिल का नाम इस बार भी अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है और गिल उम्मीद कर रहे हैं कि शायद वह इस बार भाग्यशाली साबित हो जाएं।
देश के दिग्गज रैली चालक गिल को देश में रेसिंग में अग्रणी जेके टायर ने अपनी टीम में शामिल किया है। इस मौके पर जेके टायर के मोटर स्पोर्ट्स प्रमुख संजय शर्मा ने गिल की मौजूदगी में मीडिया के समक्ष सवाल उठाते हुए कहा, “गिल की उपलब्धियां अन्य खेलों के खिलाड़ियों से कम नहीं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी कामयाबी हासिल की है लेकिन जब बात अर्जुन पुरस्कार की आती है तो मंत्रालय मोटर स्पोर्ट्स को पूरी तरह नजरअंदाज कर देता है।”
संजय शर्मा ने कहा, “गिल का नाम पिछले तीन साल से अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा जा रहा है और इस बार भी उनका नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए गया है। लेकिन हैरानी की बात है कि गिल की उपलब्धियों को कोई महत्व नहीं दे रहा जबकि कम लोकप्रिय खेलों के खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार मिल जाता है।”
गिल ने भी निराशा के साथ कहा, “मैं रेसिंग में अपनी जान देश के लिए लगाकर उतरता हूं। जब मैं पोडियम पर पहुंचता हूं तो मेरे हाथ में तिरंगा ही होता है लेकिन पिछले तीन बार से मैं निराश हो रहा हूं। मैं समझ नहीं पाता कि अर्जुन पुरस्कार पाने के लिए मुझे क्या करना होगा।”
इस रेसर का मानना है कि यदि मोटर स्पोर्ट्स में किसी रेसर को अर्जुन पुरस्कार मिलता है तो खेल को लोकप्रिय बनाने में काफी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि मोटर स्पोर्ट्स में आजतक किसी खिलाड़ी को अर्जुन पुरस्कार नहीं दिया गया है। देश के सबसे लोकप्रिय फॉर्मूला वन रेसर नारायण कार्तिकेयन को सरकार ने 2010 में देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्यश्री से नवाजा था लेकिन कार्तिकेयन कोे भी अर्जुन पुरस्कार नहीं मिला है।