Thursday, Apr 25 2024 | Time 04:29 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


भाजपा-आरएसएस को असम की भाषा-संस्कृति पर हमला नहीं करने देंगे : राहुल

भाजपा-आरएसएस को असम की भाषा-संस्कृति पर हमला नहीं करने देंगे : राहुल

गुवाहाटी, 28 दिसम्बर (वार्ता) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) असम के इतिहास तथा यहां की भाषा एवं संस्कृति पर हमला करना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस उसे इसकी इजाजत नहीं देगी।

श्री गांधी ने कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को यहां आयोजित जनसभा काे संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस अपना एजेंडा असम पर थोपना चाहते हैं और यहां के इतिहास, भाषा और संस्कृति पर आक्रमण करना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें ऐसा नहीं करने देगी।

उन्होंने कहा, “ भाजपा और आरएसएस को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि असम को नागपुर नहीं चलाएगा, आरएसएस के लोग नहीं चलाएंगे। असम को सिर्फ असम की जनता चलाएगी। असम अपनी संस्कृति और इतिहास को बहुत अच्छे से समझता है। असम के लोग जानते हैं कि एक साथ मिलकर प्रेम और भाईचारे से ही प्रदेश को आगे बढ़ाया जा सकता है।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा और आरएसएस का लक्ष्य यही है कि असम की जनता को आपस में लड़ाओ और फूट डालकर अपने 10-15 उद्याेगपति मित्रों को फायदा पहुंचाओ। इसके लिए वे यहां के इतिहास, भाषा और संस्कृति पर हमला करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, “अगर ये सोचते हैं कि पूर्वोत्तर भारत के इतिहास, संस्कृति, भाषाओं को दो मिनट में कुचल देंगे, तो मैं बता दूँ कि इन्होंने पूर्वोत्तर भारत को अभी पहचाना ही नहीं है।”

श्री गांधी ने कहा कि भाजपा नागरिकता संशोधन कानून के माध्यम से इस प्रदेश को नुकसान पहुंचाना चाहती है लेकिन कांग्रेस ने संसद में इस कानून का जमकर विरोध किया था। पार्टी ने पहले ही संसद में साफ कह दिया था कि वह नागरिकता संशोधन कानून काे पारित नहीं होने देगी। इससे देश के पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को नुकसान होना है इसलिए पार्टी ने इस कानून का शुरू से ही विरोध किया था।

अभिनव, रवि

जारी वार्ता

More News
शाह ने माकपा, कांग्रेस की आलोचना की

शाह ने माकपा, कांग्रेस की आलोचना की

24 Apr 2024 | 11:49 PM

अलाप्पुझा, 24 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को केरल में हिंसा जारी रखने और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से समर्थन प्राप्त करने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की आलोचना की।

see more..
image