मीरपुर, 03 दिसंबर (वार्ता) भारत सात साल बाद बंगलादेश में वनडे खेलते हुए रविवार को यहां शेर-ए-बंगला स्टेडियम पर पहले एकदिवसीय मैच में मेज़बान टीम का सामना करेगा।
भारत ने बंगलादेश में अपना पिछला एकदिवसीय मैच इसी मैदान पर 24 जून 2015 को खेला था, जहां उसने मेज़बान को 77 रन से मात दी थी। सुरेश रैना ने बल्ले से 38 रन का योगदान देने के बाद तीन विकेट झटके थे। शेर-ए-बंगला स्टेडियम की धीमी पिच पर भारत को एक बार फिर स्पिन गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर से बड़ी उम्मीद होगी।
घुटने की चोट से उभर रहे रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति में वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल और शाहबाज़ अहमद में से कोई दो ऑलराउंडर टीम में जगह बनाकर योगदान दे सकते हैं। भारत अगले साल स्वदेश में होने वाले विश्व कप 2023 की तैयारी शुरू कर चुका है और इस सीरीज का प्रदर्शन विश्व कप टीम में जगह बनाने के लिये महत्वपूर्ण होगा।
मोहम्मद शमी के कंधे में चोट लगने के बाद मोहम्मद सिराज भारतीय गेंदबाजी की अगुवाई करेंगे। उनके साथ दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर टीम में दिख सकते हैं। चाहर और ठाकुर गेंद के अलावा बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं और भारतीय बल्लेबाजी को बहुमूल्य गहराई प्रदान करेंगे।
भारत ने न्यूजीलैंड दौरे पर युवा खिलाड़ियों को भेजा था लेकिन इस सीरीज के लिये पूर्णकालिक कप्तान रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली टीम में वापस आ गये हैं और अपने अनुभव से बंगलादेश के सामने चुनौती पेश करेंगे।
दूसरी ओर, बंगलादेश को इस सीरीज में वनडे कप्तान तमीम इक़बाल और तस्कीन अहमद के बिना उतरना होगा। तमीम की गैरमौजूदगी ने हालांकि वामहस्त बल्लेबाज लिटन दास को कप्तानी का मौका दिया है जो भविष्य में बंगलादेश की कमान संभालने के प्रबल दावेदार हैं।
लिटन ने इस साल एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 62.50 की औसत से 500 रन बनाये हैं। वह कप्तानी की नयी जिम्मेदारी को किस तरह संभालते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।
बंगलादेश ने अक्टूबर 2016 के बाद से घर में कोई घरेलू एकदिवसीय शृंखला नहीं गंवाई है इसलिये भारत को मेज़बान टीम के खिलाफ सतर्क रहना होगा।
शादाब
वार्ता