खेलPosted at: Aug 18 2018 8:00PM स्वर्ण और ओलम्पिक टिकट पाने उतरेगी महिला हॉकी टीम
जकार्ता, 18 अगस्त (वार्ता) भारतीय महिला हॉकी टीम को18वें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर यदि सीधे टोक्याे ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करना है तो उसे अपने खेल का स्तर ऊंचा करना होगा।
विश्व रैंकिंग में नौवें पायदान पर मौजूद भारतीय टीम का सामना रविवार को मेजबान इंडोनेशिया से होगा, जिसकी रैंकिंग 64 है जिसे देखते हुए भारत को यह मैच जीतने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
वर्ष 1982 में दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली हॉकी टीम के पास अपने प्रदर्शन को दोहराने का सुनहरा अवसर है। उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम ने 1998 के एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था।
यहां स्वर्ण पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक का टिकट बुक कराने का सपना केवल भारतीय टीम ही नहीं बल्कि कोरिया, चीन और जापान की टीमें भी देख रही हैं। महिला हॉकी टीम का सबसे कड़ा मुकाबला 25 अगस्त को काेरिया के साथ होगा। इसके अलावा टीम 21 अगस्त को कजाखिस्तान और 27 अगस्त को थाईलैंड के खिलाफ खेलेगी।
रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय टीम हाल ही में लंदन में संपन्न हुए वर्ल्ड कप में आठवें पायदान पर रही। इस दौरान टीम ने केवल एक मैच जीता था और उसे दो बार आयरलैंड से हार का सामना करना पड़ा था। समझा जाता है कि विश्व कप में दो अन्य एशियाई टीमों चीन और कोरिया ने एशियाई खेलों को ध्यान में रखते अपनी सर्वश्रेष्ठ टीमें नहीं भेजी थीं।
टीम के कोच शुअर्ड मरिने के लिए एशियाई खेल सबसे बड़ी चुनौती होंगे। टीम की कप्तान रानी रामपाल ने पदक जीतने का विश्वास जताते हुए कहा कि इसके लिए खिलाड़ियों को शानदार प्रदर्शन करना होगा। रानी ने अपनी टीम पर पूरा भरोसा जताया है।