नयी दिल्ली, 29 जून (वार्ता) भारतीय सीनियर राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम की मुख्य कोच मेमॉल रॉकी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि खिलाड़ियों काे इस बात का अंदाजा है कि कोटिफ कप और एफसी महिला चैंपियनशिप क्वालिफायर्स की तैयारियों के लिए टीम को काफी परिश्रम और अपने खेल में सुधार की जरूरत है।
मेमॉल ने कहा, “हमें दिल्ली में शिविर खत्म होने के बाद कोटिफ कप में खेलना है और यह हमें एक बेहतर टीम के रुप में खेलने में हमारी मदद करेगा। कोटिफ कप के लिए हमारी काफी संतुलित है और यह टीम की ताकत है।”
कोटिफ कप टूर्नामेंट स्पेन में खेला जाना है और कोच मेमॉल को लगता है कि मजबूत टीमों के साथ खेलने से टीम के एफसी क्वालिफायर्स की तैयारियों को बल मिलेगा। भारतीय कोच ने कहा, “कोटिफ कप के पिछले सत्र में हमारा स्पेन क्लब के साथ मुकाबला था। उनके खिलाफ खेलना काफी कठिन था। अगर टीम इस सत्र में अच्छा प्रदर्शन करती है तो मुझे लगता है कि टीम एफसी क्वालिफायर्स में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकती है। पिछली बार हम अपने सभी मुकाबले हार गए थे लेकिन मुझे उम्मीद है टीम इस बार अच्छा करेगी।”
उन्होंने कहा, “मैं अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने आईडब्ल्यूएल जैसी पहल की जिससे खिलाड़ियों को काफी मदद मिली है। टीम अब ओलंपिक क्वालिफायर्स से सिर्फ चार महीने दूर है। टीम इस दौरान कई चुनौतीपूर्ण लीग खेलेगी जो उनकी काफी मदद करेगी।”
मेमॉल ने कहा, “हमारे लिए सकारात्मक बात है कि हम लीग में प्रदर्शन के आधार पर टीम में कुछ नए खिलाड़ियों का शामिल कर सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में महिला फुटबॉल टीम ने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है। क्लब ने खिलाड़ियों का काफी ख्याल रखा है जिसके कारण वे राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर पा रही हैं। हीरो आईडब्ल्यूएल खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छा जरिया बन गया है जो युवा खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम के दरवाजे खोलता है।”