जकार्ता, 31 अगस्त (वार्ता) भारतीय महिला स्क्वैश टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुये एशियाई खेलों में शुक्रवार को स्क्वैश स्पर्धा की महिला टीम वर्ग के सेमीफाइनल में गत चैंपियन मलेशिया को 2-0 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में जगह बना ली जबकि पुरूष टीम को हांगकांग के हाथों 0-2 से हार कर कांस्य से संतोष करना पड़ा।
भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल मुकाबले में जबरदस्त प्रदर्शन कर मलेशिया को चौंका दिया। भारतीय टीम का अब फाइनल में हांगकांग से मुकाबला होगा जिसने अन्य सेमीफाइनल में जापान को 2-0 से हराया।
जोशना चिनप्पा ने हैरतअंगेज खेल दिखाते हुये आठ बार के विश्व चैंपियन और पांच बार की एशियाई महिला एकल चैंपियन निकोल डेविड को पांच गेमों के धुआंधार मैच में 12-10, 11-9, 6-11, 10-12, 11-9 से पराजित कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई।
दीपिका पल्लीकल ने लोऊ वी वर्न को लगातार गेमों में 11-2, 11-9, 11-7 से हराकर भारत को स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचा दिया। जोशना और दीपिका ने एकल वर्ग में कांस्य पदक हासिल किये थे और अब उनके पास टीम वर्ग में स्वर्ण जीतने का मौका है।
भारत ने पिछले एशियाई खेलों में पुरूष टीम और पुरूष व्यक्तिगत स्वर्ण, महिला टीम रजत और व्यक्तिगत महिला कांस्य पदक हासिल किया था। जोशना और दीपिका पिछले खेलों में महिला टीम का हिस्सा थीं और दीपिका ने कांस्य पदक भी जीता था।
इस बीच पुरूष टीम वर्ग में भारतीय टीम अपना पिछला खिताब गंवा बैठी। सौरभ घोषाल और हरिंदर पाल संधू अपने अपने एकल मैच गंवा बैठे और इस हार के साथ ही भारतीय टीम को इस बार कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। घोषाल ने अपना मैच 7-11, 9-11, 11-13 से गंवाया। इसके बाद संधू भी अपना मैच गंवा बैठे।
राज प्रीति
वार्ता