दुमका 22 अगस्त (वार्ता) झारखंड की समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने आज कहा कि जनजातीय आजीविका संवर्द्धन सम्मेलन से राज्य में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
डॉ. मरांडी ने यहां जनजातीय आजीविका संवर्धन सह सशक्तीकरण सम्मेलन का शुभारंभ करने के बाद कहा कि इससे राज्य में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलेगा। झारखंड सरकार की ओर से कार्यान्वित इस योजना में गरीब परिवारों को अपनी जिंदगी बेहतर बनाने का बहुत सुंदर अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि युवाओं के अंदर कुछ कर गुजरने की दृढ़ इच्छा रहती है लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह कुछ नहीं कर पाते हैं।
मंत्री ने कहा कि सामुदायिक सशक्तीकरण कार्यक्रम के लिए ग्रामसभा परियोजना क्रियान्वयन समितियों का गठन किया गया, जिसमें सदस्यों की संख्या 19867 है। प्रत्येक समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य है। महिला सशक्तीकरण के लिए महिला स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है, जिनमें 64332 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 5186 महिला स्वयं सहायता समूह का बैंक खाता खुलवाया गया एवं 5.63 करोड़ सीड कैपिटल उपलब्ध कराई गई।
डॉ. मरांडी ने कहा कि किसानों की सहायता के लिए किसान सेवा केंद्र उपलब्ध कराया गया है, जिसमें कृषकों को कृषि कार्य में इस्तेमाल होने वाले उपकरण उपलब्ध कराने एवं कृषि उत्पाद के भंडारण के लिए कुल लक्ष्य 64 के विरुद्ध 48 किसान सेवा केंद्रों का निर्माण कराया जा चुका है। 186 गांवों में सब्जी क्लस्टर का कार्य चल रहा है, जिनमें 8775 लाभुक लाभान्वित हो रहे हैं। पिछले रबी मौसम में इनका शुद्ध लाभ 68.37 लाख रुपये रहा था।
सं सूरज
वार्ता