राज्यPosted at: Jan 1 2020 10:46PM गगनयान के साथ चंद्रयान-3 पर काम जारी: शिवन
बेंगलुरु 01 जनवरी (वार्ता) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गगनयान अभियान को 2022 तक और चंद्रयान-3 को 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसरो के अध्यक्ष डा. के शिवन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि संगठन का गगनयान पर अभी काम चल रहा है और इसके लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन कर लिया गया है जिनका प्रशिक्षण रूस में होगा। उन्होंने बताया कि चारोें अंतरिक्ष यात्री वायु सेना से हैं और जनवरी के तीसरे सप्ताह इनका प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। गगनयान को 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डा. शिवन ने बताया कि इस साल इसरो अब चंद्रयान-3 पर काम कर रहा है और इसके लिए सरकार से अनुमति मिल गयी है। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 की लागत लगभग 600 करोड़ रुपये आएगी जबकि चंद्रयान-2 की लागत लगभग 900 करोड़ रुपए थी। उन्होंने ने कहा कि चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम भले ही क्रैश कर गया हो लेकिन ऑरबिटर अभी भी काम कर रहा है और वह जानकारी भी भेज रहा है और यह अगले सात साल तक यह काम करता रहेगा।
गौरतलब है कि सितंबर 2019 में चंद्रमा की तरह पर चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की सफल लैंडिंग नहीं होने और आखिर क्षण में तकनीकी खामी आने की वजह से लैंडर विक्रम इतिहास रचने से चूक गया।
उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 अगले साल 2021 में लॉन्च किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमने चंद्रयान-2 पर अच्छी प्रगति की है, भले ही हम सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सके।”
गौरतलब है कि इसरो ने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के निदेशक एस. सोमनाथ की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की थी जो प्रस्तावित चंद्रयान-3 के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करेगी। समिति को अगले साल के अंत से पहले मिशन तैयार करने के लिए दिशा-निर्देश दिया गया है।
संजय, उप्रेती
वार्ता