नयी दिल्ली, 01 मई (वार्ता) ‘बेटी बचाआे और बेटी पढाओ’ जैसे गंभीर विषय पर बनी फिल्म ‘बावली’ के निर्देशक नवीन अग्रवाल ने कहा कि बच्चों के साथ काम करना काफी चुनौतीपूर्ण था। यहां फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग के मौके पर यूनीवार्ता से खास बातचीत में नवीन अग्रवाल ने कहा कि बच्चों पर फिल्म बनाना काफी चुनौती का काम होता है लेकिन हमने बाल कलाकारों का पूरा ख्याल रखा था आैर सेट पर उनके लिये विशेष इंतजाम किया। उन्होंने कहा, “हमने फिल्म की शूटिंग बच्चों की सुविधा के अनुसार की है। जब वह सहज होते थे तभी हम शूट करते थे। सेट पर उनके खेलने और आराम करने का भी इंतजाम रहता था। बच्चों के साथ हमें काफी धैर्य रखना होता था।” उन्होंने कहा कि फिल्म की निर्माता प्रेरणा अग्रवाल के साथ मिलकर उन्होंने बच्चों के साथ काफी थियेटर किया है, वह अनुभव यहां काम आया। प्रेरणा ने कहा कि जिस दिन फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी, उसी दिन नोटबंदी की घोषणा हो गयी जिसके कारण फिल्म निर्माण में थोड़ी समस्या भी हुई लेेकिन मुश्किल समय में फिल्म से जुड़ी टीम ने उनका पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा, “इस विषय पर डॉक्यूमेंट्री तो बहुत बनीं है लेकिन पहली बार हमने ही फिल्म बनाने का साहस किया है।” स्कूली बच्चों के गर्मी की छुट्टियों के दौरान रिलीज होने वाली इस फिल्म के बारे में उन्होंने कहा, “इस फिल्म को बनाने का मेरा मकसद पैसा कमाना नहीं ‘बेटी बचाआे और बेटी पढ़ाओ’ आैर बाल श्रम जैसे मुद्दे पर लोगों को जागरूक करना है। इस फिल्म को फिल्म फेस्टिवल में ले जाने की योजना है। बच्चों से जुड़ी इस फिल्म में गंभीर विषय के साथ हास्य व्यंग्य भी है।” अमित, यामिनी वार्ता