वाशिंगटन, 19 सितंबर (वार्ता) विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने म्यांमार के राखिने प्रांत में हिंसा, विस्थापन, मुस्लिम समुदाय की पीड़ा और रोहिंग्या समुदाय के लोगों के पड़ाेसी देशों में पलायन पर चिंता जतायी है। विश्व बैंक ने कल एक बयान जारी करके म्यांमार में रह रहे सभी लोगाें की सुरक्षा और राखिने प्रांत में तत्काल मानवीय सहायता के लिए सभी पक्षों पर दबाव बनाने का आह्वान किया। उसने कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिए केंद्रित एक एजेंसी होने के नाते विश्व बैंक जानता है कि समावेशन ही सतत विकास की कुंजी है और किसी भी किस्म का सामाजिक बहिष्कार न केवल लोगों के लिए नुकसानदेह है बल्कि विकास के पहिये की रफ्तार को भी धीमा कर सकता है। एडीबी ने अपने बयान में कहा कि इस तरह के मसलों से समावेशी विकास, गरीबी उन्मूलन और स्थिरता की ओर बढ़ रहे म्यांमार की राह अवरुद्ध हुयी है। एडीबी राखिने प्रांत में सौहार्द, पुनर्वास और पुनर्निर्माण की कोशिशों में म्यांमार सरकार और नागरिक समाज का साथ देगा। एडीबी आपातकालीन सहायता के लिए भी तत्काल संसाधन उपलब्ध करा सकता है। यामिनी, संतोष वार्ता