नयी दिल्ली, 19 मई (वार्ता) कृषि मंत्रालय की ओर से 20 मई को राजा भोज कृषि महाविद्यालय, बालाघाट, मध्यप्रदेश में विश्वमधुमक्खी दिवस मनाया जा रहा है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्यप्रदेश सरकार के कृषिमंत्री तथा कई अन्य विशिष्ट लोग इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे । इस कार्यक्रम में लगभग 1000 किसानों और शहद उत्पादन से जुड़े सभी हितधारकों के भाग लेने की उम्मीद है।
विश्व मधुमक्खी दिवस समारोह के दौरान, मधुमक्खी पालन क्षेत्र के मधुमक्खी पालकों, प्रोसेसरों और विभिन्न हितधारकों द्वारा मधुमक्खी पालन क्षेत्र में मधुमक्खी की विविध किस्मों और विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए 100 से अधिक स्टालों की एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
तकनीकी सत्रों के आयोजन में "उत्पादन, अनुसंधान, उद्योगों के साथ साझेदारी, घरेलू और निर्यात के लिए बाजार रणनीति" और "विपणन चुनौतियां तथा समाधान (घरेलू/वैश्विक) एवं परिचर्चा" शामिल है।
भारत की विविध कृषि-जलवायु परिस्थितियों में मधुमक्खी पालन/शहद उत्पादन के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए गुणवत्ता मानकों को बनाए रखते हुए और अन्य मधुमक्खी उत्पादों जैसे; मधुमक्खी पराग, मधुमक्खी मोम, रॉयल जेली, प्रोपोलिस और मधुमक्खी वेनोम के उत्पादन को बढ़ावा देकर शहद के उत्पादन और परीक्षण को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तकनीक अपनाई जा रही है।
मधुमक्खियां स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले उच्च गुणवत्ता वाले आहार और अन्य उत्पादों को प्रदान करने में अपनी भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन मधुमक्खियों का काम इससे कहीं अधिक है।
अरुण,आशा
वार्ता