गया, 04 जनवरी (वार्ता) तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा ने आज कहा कि परोपकार की भावना से ही पूरे विश्व में शांति आ सकती है।
श्री दलाईलामा ने भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम में कहा कि मनुष्य को हमेशा परोपकार की भावना रखनी चाहिए। परोपकार की भावना रखने से ही पूरे विश्व में शांति आ सकती है। उन्होंने कहा, “ हम अपने जीवन में जो भी कार्य करते हैं उसे किसी स्वार्थ के रूप में नहीं करना चाहिए। बल्कि परोपकार की भावना से करना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को दूसरों के प्रति आदर और सम्मान का भाव रखना चाहिए। जितना हो सके दूसरों की मदद करनी चाहिए।”
धर्मगुरू ने कहा कि परोपकार की भावना को रखकर ही मनुष्य अपने जीवन को सार्थक बना सकता है। परोपकार से बड़ा धर्म और कुछ भी नहीं। दूसरों के प्रति स्नेह, प्रेम, करुणा और परोपकार का भाव रखकर ही जीवन में शांति आ सकती है। इस प्रवचन कार्यक्रम में विश्व के कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु हजारों की संख्या में शामिल हुए। इस दौरान सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध किए गए थे।
सं.सतीश
वार्ता