दुनियाPosted at: Nov 14 2018 4:55PM इससे पहले आज श्री राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव संसद अध्यक्ष श्री जयसूर्या को सौंपा गया तो संसद में जोरदार हंगामा हुआ। इससे पहले जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीएम) के सांसद अनूर कुमार दिस्सानायक ने श्री जयसूर्या को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा और सांसद विजिता हैरात ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया।अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले से श्री राजपक्षे की पार्टी के सासंदों ने विरोध शुरू कर दिया जिसके बाद श्री राजपक्षे सदन से बाहर चले गये और संसद को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। श्रीलंका में 26 अक्टूबर से शुरू हुआ राजनीतिक संकट बदस्तूर जारी है। राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में श्री विक्रमसिंघे प्रधानमंत्री पद से हटाकर पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त करके नयी कार्यवाहक सरकार की नियुक्ति की थी। श्री विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी राष्ट्रपति की इस नियुक्ति अवैध करार देते हुए संसद में बहुमत साबित करने की मांग कर रही थी।श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने पिछले शुक्रवार को संसद भंग करके जनवरी में संसदीय चुनाव करवाने का आदेश दिया था लेकिन श्रीलंका की उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को श्री सिरिसेना के निर्णय को पलट दिया। दिनेश अाशाशिन्हुआ