राज्य » राजस्थानPosted at: Apr 6 2021 4:25PM कोरोना संक्रमण में तेजी चिंताजनक एवं डराने वाली-गहलोत
जयपुर, 06 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश एवं देश में वैश्विक महामारी कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों को अत्यंत चिंताजनक बताते हुए चेताया है कि इनमें और भी बढ़ोत्तरी हो सकती हैं और इसकी दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार और अधिक कड़े कदम उठा सकती है।
श्री गहलोत सोमवार देर रात मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण, नियंत्रण के लिए रणनीति बनाने तथा वैक्सीनेशन की स्थिति पर वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों, संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों तथा जिला स्तर के अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान मेें एक दिन में 2 हजार 429 कोरोना के नये मामले आना तथा पूरे देश में इस आंकड़े का एक लाख को पार कर जाना अत्यंत चिंताजनक है। प्रदेश में एक ही दिन में संक्रमित रोगियों की संख्या में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के ये आंकड़े डरावने हैं। इनमें और भी बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने चेताया कि कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार और अधिक कड़े कदम उठा सकती है और सभी लोगों को इसमें सहयोग करना पड़ेगा।
श्री गहलोत ने प्रदेश में सोमवार को एक ही दिन में 5.44 लाख लोगों को टीका लगाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए अभियान में जुटे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं चिकित्सा कर्मियोें को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की यह बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि एक दिन में वैक्सीनेशन की यह देश के सभी राज्यों में सबसे बड़ी संख्या है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान की गति में हमें और तेजी लाना है। तभी हम कोरोना के प्रसार को नियंत्रित कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क पहनने सहित हैल्थ प्रोटोकाॅल के अन्य नियमों की पालना करना भी जरूरी है।
श्री गहलोत ने प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोरोना गाइड लाइन की पालना करवाने के लिए पूरी सख्ती बरतें। सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने तथा उचित दूरी के नियमों की अवहेलना करने पर जुर्माने के साथ-साथ प्रतिष्ठानों को 72 घण्टे तक सीज करने जैसे कदम उठाने में कोई कोताही नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण के मुकाबले की भावना से काम करते हुए हमें सख्ती के साथ-साथ प्यार और समझाइश से जन अभियान की तर्ज पर हैल्थ प्रोटोकाॅल की पालना करवानी है।
जोरा
वार्ता