नयी दिल्ली, 01 अगस्त (वार्ता) भारतीय बल्लेबाज उन्मुक्त चंद का कहना है कि लॉकडाउन में वह भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के साथ समय बिताना पसंद करेंगे।
भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जिता चुके उन्मुक्त ने क्रैगबज के डिजिटल स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म स्पोर्ट्ज ओ क्लॉक पर चैट शो चैम्पियंज़ में यह पूछे जाने पर कि वह लॉकडाउन में किस एक क्रिकेटर के साथ समय बिताना पसंद करेंगे, इस पर उन्होंने धोनी का नाम लिया। उन्मुक्त ने कहा,“ धोनी चीजों को आसान बनाने में मदद करते हैं, उन्हें पता होता है कि उन्हें क्या करना है।”
आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके उन्मुक्त ने एक वाक्या याद करते हुए बताया कि किस तरह धोनी चार-पांच महीने सेना में बिताने के बाद वापस बल्लेबाजी करने उतरे थे। उन्होंने कहा कि धोनी साफ मानसिकता के साथ उतरे और नेट्स पर अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि धोनी सभी चीजों को आसान और सहज रखते थे।
कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई है और उन्मुक्त लॉकडाउन के दौरान किताबें पढ़ रहे हैं। वह काफी कम उम्र से ही डायरी लिखते आए हैं और यह अभी भी उनका शौक है। उन्होंने “स्काई इज द लिमिट” नाम की किताब भी लिखी है।
दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लगातार मैच हारने पर उन्मुक्त ने कहा कि आईपीएल एक अलग तरह का खेल है। यह उचित संयोजन का खेल है। कभी आप लगातार मुकाबले जीतते हैं और कभी आपको लगातार हार मिलती है। उन्होंने कहा कि टी-20 ऐसा प्रारुप है जहां गति काफी मायने रखती है। आपको अनुभवी और युवा खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता है जिससे आप काफी कुछ सीख सकते हो।
अपने करियर में उतार चढ़ाव को लेकर उन्मुक्त ने कहा कि जब कोई क्रिकेटर बल्ला उठाता है तो उसे करियर में उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ता है। अंडर-15 में वह स्थानीय मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे इसके बावजूद उनका टीम में चयन नहीं हुआ था।
उन्मुक्त ने कहा कि यह आंख खोलने वाला था। लेकिन इस दौरान उन्होंने सकारात्मक रहना सीखा। उन्होंने अपने सभी कोचों का धन्यवाद दिया जिनकी वजह से आज वो इस मुकाम पर हैं। उन्होंने कहा,“ कोच वो हैं जिन्होंने मुझे खेल की मूल बातें सिखायी। मेरे कोच संजय भारद्वाज ने मुझे एक अच्छा खिलाड़ी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
तैराकी को फिटनेस के लिए जरूरी बताते हुए उन्मुक्त ने कहा कि तैराकी से आपको किसी भी खेल में मजबूती और सहनशीलता हासिल करने में मदद मिलती है। वह काफी कम उम्र से ही तैराकी करते आए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में भी भाग लिया है।
सीनियर खिलाड़ियों की सलाह पर उन्मुक्त ने कहा कि सचिन तेंदुलकर हमेशा उन्हें अपने खेल के मानसिक पहलू पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन ने उन्हें फिटनेस बरकार रखने की सलाह दी।
पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ अपने रिश्ते पर उन्मुक्त ने कहा,“ यह काफी विशेष है क्योंकि जब मैं अपनी किताब लिख रहा था तो मैंने उनसे अपनी किताब के विमोचन में आने के लिए कहा और वह इसके लिए तैयार हो गए।”
शोभित राज
वार्ता