खेलPosted at: Aug 27 2020 10:26PM विक्रम पुरस्कार नहीं मिलने से पहलवान अर्पणा बिश्नोई नाराज
खंडवा, 27 अगस्त (वार्ता) मध्य प्रदेश की इंटरनेशनल महिला पहलवान अर्पणा बिश्नोई संचानालय खेल मध्य प्रदेश की उपेक्षा से बेहद नाराज हैं और उन्होंने विक्रम अवॉर्ड नहीं मिलने पर जबलपुर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अर्पणा कहती हैं कि न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना ही उनके सामने एकमात्र रास्ता बचा था।
राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाली मध्यप्रदेश की पहली महिला पहलवान अर्पणा बिश्नोई ने कोर्ट से गुहार लगाते हुए मध्य प्रदेश की खेल नीति में सुधार करने की अपील की है। इस मामले की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता एम.के. चतुर्वेदी द्वारा मध्य प्रदेश खेल विभाग तात्या टोपे नगर स्टेडियम भोपाल को नोटिस भेजा गया है।
अर्पणा ने 2016 में सिंगापुर में आयोजित राष्ट्रमण्डल कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत की ओर से रजत पदक जीता था। ऐसा कारनामा करने वाली वह मध्य प्रदेश की पहली महिला पहलवान बनी थीं। मध्य प्रदेश की खेल नीति में राष्ट्रमण्डल चैम्पियनशिप को अधिकृत चैम्पियनशिप नहीं माना जाता है क्योंकि इससे पहले तक मध्य प्रदेश का कोई खिलाड़ी राष्ट्रमण्डल चैम्पियनशिप में कोई पदक जीता ही नहीं था। इस कारण इस चैम्पियनशिप को खेल नीति में जोड़ा ही नहीं गया था।
अर्पणा फिल्म स्टार आमिर खान की फिल्म दंगल में महिला अभिनेत्रियों को कुश्ती के गुर सिखाने के साथ ही फिल्म में भी महिला पहलवान का किरदार निभा चुकी है। अर्पणा ने सीनियर नेशनल में एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। वह जूनियर, सब जूनियर नेशनल और आल इंडिया यूनिवर्सिटी में भी कई बार मध्य प्रदेश तथा देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करते हुये कई पदक जीत चुकी हैं।
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