नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (वार्ता) 2020 के टोक्यो ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने के उद्देश्य के साथ पहलवानों को प्रभावशाली प्रशिक्षण देने की दिशा में भारतीय कुश्ती महासंघ ने बड़ा कदम उठाते हुए पेशेवरों की नियुक्ति करने का फैसला किया है।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने सभी वर्गों पुरुष फ्रीस्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला टीम में खेलने वाली राष्ट्रीय टीमों के लिए पेशेवर सपोर्ट स्टाफ नियुक्त करने का फैसला किया है। डब्ल्यूएफआई ने इसके लिए आवेदन मांगे हैं। महासंघ की ओर से फिजियो, मालिशिये, न्यूट्रीशियन तथा डाइटिशियन, मेंटल कंडीशनिंग प्रशिक्षकों के लिए आवेदन मांगे हैं। साथ ही राष्ट्रीय टीमों (सभी वर्ग) के लिए प्रोफेशनल मैनेजर की भी नियुक्ति की जायेगी जिसके लिए आवेदन मांगे गए हैं।
अपने साझेदारों टाटा मोटर्स तथा स्पोर्टी साल्यूशंस से गठजोड़ के साथ डब्ल्यूएफआई पहले ही देश के सभी आयु वर्ग में सभी प्रमुख पहलवानों को वार्षिक अनुबंध देने वाला देश का पहला ओलंपिक महासंघ बन गया था। डब्ल्यूएफआई ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह ग्रासरूट पर खेलने वाले खिलाड़ियों को स्टाइपेंड भी देगा।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने डब्ल्यूएफआई की इस रणनीति पर कहा, “नए प्रशिक्षक पहले ही हमारे साथ काम कर रहे हैं और अब नए पेशेवर सपोर्ट स्टाफ का शामिल किया जाना एक बड़ा कदम है। यह आगे बढ़ने और बिना किसी व्यवधान के ट्रेनिंग करने की दिशा में अहम कदम है। मुझे खुशी है कि उनकी मदद से हमें फायदा होगा और इससे हमें चोट से जल्दी उबरने में मदद मिलेगी।”