वाराणसी, 22 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश की धार्मिेक नगरी वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के प्रथम सोमवार को ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे के बीच हजारों यदुवंशियों ने सामुहिक रुप से जलाभिषेक कर भगवान शिव को खुश करने की पौराणिक परंपरा का निर्वहन किया।
यादव बुधुओं ने गागर में गंगा जल लेकर श्री गौरी केदारेश्वर, तिल भांडेश्वर महादेव, अहिलेश्वर महादेव, महामृत्युंजय महादेव, ढूंढी राज गणेश, ओम कालेश्वर महा देव, लाट भैरव, सारंगनाथ महादेव पर भी पर भी जलाभिषेक कर पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्य मंदिरों में जलाभिषेक के दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा एवं यातायात के विशेष इंतजाम किये गए थे। मंदिर प्रशासन पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में यादुवंशियों ने जलाभिषेक के दौरान आम श्रद्धालुओं के मंदिर परिसर में प्रवेश पर आंशिक रोक लगा थी। यदुवंशियों ने पौराणिक मान्यता के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में जलाभिषेक किया। इस बार अन्य श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के गर्भगृह में जाकर जलाभिषेक एवं पूजा करने की व्यवस्था नहीं है। उनके लिए बाहर ही प्रशासन ने इंतजाम किया है।
बीरेन्द्र भंडारी
जारी वार्ता