बेंगलुरु, 04 जुलाई (वार्ता) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने रविवार को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर पर पुष्पमाला चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। श्री येदियुरप्पा के अलावा उनके मंत्रिमंडल के कई नेताओं ने स्वामी जी को अपनी श्रद्धांजलि दी।
उप मुख्यमंत्री डॉ सी. एस. अश्वत्नारायण ने 19वीं सदी के आध्यात्मिक गुरु को याद करते हुए ट्वीट किया, “शिक्षा मनुष्य में पहले से ही पूर्णता की अभिव्यक्ति है। हम ऐसी शिक्षा चाहते हैं जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विस्तार हो, जिससे व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा हो सके। महान जीवन जीने के लिए उनके (विवेकानंद जी) आदर्शों का अनुसरण करें।”
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के सुधाकर ने ट्वीट किया, “उनके निर्वाण दिवस पर मैं स्वामी विवेकानंद को नमन करता हूं। जिन्होंने धर्मों और सीमाओं को लांघ कर अपनी सार्वभौमिक अपील के माध्यम से भारत के संदेश को दुनिया तक पहुंचाया। उन्होंने राष्ट्र-निर्माण के क्षेत्र में युवाओं को संदेश दिया और आइए उनके गौरवशाली भारत के सपने को साकार करने के लिए जी तोड़ मेहनत करें।”
देश में प्रत्येक वर्ष चार जुलाई को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है जिन्हें भारत के सबसे बेहतरीन आध्यात्मिक नेताओं और बुद्धिजीवियों में से एक माना जाता है। स्वामी विवेकानंद जी ने पश्चिम में योग और वेदाें के दर्शन को प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें 1893 में शिकागो में विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था, उन्हें वहां उनके भाषण के लिए जाना जाता है। जिसमें उन्होंने शुरूआत “अमेरिका में मेरे भाइयों और बहनों’ के साथ की थी।
स्वामी विवकानंद जी का निधन आज ही के दिन 1902 में हुआ था।
उप्रेती जितेन्द्र
वार्ता