गोरखपुर 17 अक्टूबर (वार्ता) शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्राेच्चार के बीच यहां श्रीगोरखनाथ मन्दिर में परम्परागत रूप से कलश स्थापना किया।
इसके पूर्व मठ के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ नेतृत्व में एक शोभा यात्रा शख, घंट-घड़ियाल एवं नागफनी (वाद्य-यंत्र) के साथ भीम सरोवर की परिक्रमा की तथा सरोवर से कलश में जल भरे।
आज प्रतिपदा के दिन माॅ शैलपुत्री की पूजा हुई। पूजा मे गोरक्षपीठाधीश्वर ने सभी देव विग्रहों का षोडशोपचार पूजन के साथ श्रीदुर्गा सप्तशती एवं देवी पुराण का पाठ मठ पुरोहित पंडित रामानुज त्रिपाठी के नेतृत्व 11 पंडितों द्वारा सम्पन्न हुआ। उसके बाद आरती सम्पन हुई।
आरती के पश्चात् प्रसाद वितरित हुआ। इस दौरान श्री द्वारिका तिवारी, डाॅ अरविन्द चतुर्वेदी, डाॅ रोहित मिश्र, श्री पुरूषोत्तम चौबे, श्री अरूणेश शाही, दुर्गेश बजाज, बृजेश मणि मिश्र, बाल वैज्ञानिक राहुल सिंह आदि उपस्थित रहें। सभी कार्यक्रम कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए सम्पन्न कराया गया।
सं प्रदीप
वार्ता