राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 20 2020 11:01PM योगी सरकार ने दी होम आइसोलेशन की सशर्त इजाजत
लखनऊ 20 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच योगी सरकार ने सोमवार को एक अहम फैसले में कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन की सशर्त इजाजत दे दी है।
अपने सरकारी आवास पर आयोजित टीम-11 की बैठक में विचार विमर्श के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आशय को मंजूरी प्रदान कर दी। सरकार ने हालांकि साफ किया है कि कोविड अस्पतालों में बेड की कोई कमी नहीं है लेकिन ऐसा देखने में आया है कि बड़ी संख्या में लोग अपनी बीमारी छिपा रहे है जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे मरीजों को सरकार शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की अनुमति देगी।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इस संबंध में एक शासनादेश भी जारी कर दिया है जिसमें जिलाधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किये गये है। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीज जिन्हे चिकित्सक ने लक्षणरहित रोगी के तौर पर चिन्हित किया हो,उन्हे होम आइसोलेशन में रखा जा सकेगा। बशर्ते उस घर के बाकी सदस्य क्वारंटीन होंगे। घर में दो शौचालयों का होना जरूरी है।
उन्होने कहा कि कैंसर,एचआईवी और अंग प्रत्यारोपण जैसे गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जायेगी। हालांकि होम आइसोलेशन वाले मरीज की देखभाल के लिये एक व्यक्ति 24 घंटे उपलब्ध होना चाहिये जो अस्पताल के संपर्क में रहेगा और बताये गये परामर्श के अनुसार दवा देगा।
श्री प्रसाद ने कहा कि होम आइसोलेट करने का कारण है कि बहुत से लोग अस्पताल जाने के डर से बीमारी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह से लोग संक्रमण के प्रसार के कारक बन रहे हैं।
प्रदीप
जारी वार्ता