राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 13 2020 6:45PM किसानों के हित में योगी सरकार ने उठाये महत्वपूर्ण कदम :सुरेश राणा
सहारनपुर,13 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि किसानों को प्रोत्साहित करने और गन्ने का लाभकारी मूल्य देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
श्री राणा ने आज बताया कि योगी सरकार प्रदेश में खेतीबाड़ी को खासकर नकदी फसल माने जाने वाली गन्ने की पैदावार को प्रोत्साहित करने पर खास ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि रविवार को उन्होंने मुंबई में आयोजित आल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के शुगर कान्कलेव 2020 में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया था। जहां उन्होंने देशभर के प्रमुख उद्यमियों के साथ उत्तर प्रदेश की चीनी से संबंधित उपलब्धियों पर चर्चा की थी।
सुरेश राणा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार खांडसारी उद्योग को 103 नए लाइसेंस जारी किए गए है।
खांडसारी इकाइयां प्रदेश में प्रतिदिन छह चीनी मिलों के बराबर चीनी का उत्पादन कर रही हैं। यानि प्रतिदिन राज्य में खांडसारी उद्योग 750 टन गन्ने की पेराई कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करने के उद्देश्य से और विदेशी मुद्रा बचाने की लिहाज से राज्य सरकार ने ऐथोनाॅल के उत्पादन करने वाली 18 यूनिटों की शुरूआत कराई है।
उन्होंने बताया कि इनमें से ब्रजनाथपुर और धामपुर की यूनिटों ने पिछले साल ऐथोनाॅल का उत्पादन शुरू कर दिया था और 16 यूनिटों ने इस बार शुरू किया है। उन्होंने बताया अब जो नई 16 यूनिटें ऐथोनाॅलबनाने की लगी हैं उनमें दो यूनिट साबितगबढ बुलंदशहर और जाॅली मुजफ्फरनगर में है। जो त्रिवेणी शुगर ग्रुप की हैं। इस ग्रुप के उपाध्यक्ष
दीनानाथ मिश्र के मुताबिक हमारी यूनिटों में बनाए जाने वाला ऐथोनाॅल 20 प्रतिशत तक डीजल और पेटोल में मिलाया जा सकता है।
गन्ना मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पिछले गन्ना मूल्य का भुगतान करीब-करीब करा दिया है और
मौजूदा पेराई सत्र का मूल्य भुगतान भी उच्च प्राथमिकता पर कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गन्ना आयुक्त एवं प्रमुख सचिव चीनी उद्योग संजय आर भूसरेड्डी प्रतिदिन गन्ना भुगतान आदि मामलों की समीक्षा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार गन्ना किसानों के हित में उठाए गए कदमों पर लगातार निगाह रखते हैं।
उन्होंने बताया कि ब्राजील दुनिया में सबसे बड़ा गन्ना और चीनी उत्पादक देश है जबकि भारत दूसरे स्थान पर हैं । देश में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा गन्ना और चीनी उत्पादक राज्य प्रदेश है। देश में 434 चीनी मिलें हैं और अकेले उत्तर प्रदेश में 119 चीनी मिलें अपनी पूरी पेराई क्षमता पर चल रही है।
श्री राणा ने बताया कि उत्तर प्रदेश की विकास दर (जीडीपी )में खेती का हिस्सा 18.4 फीसदी है और इसमें 22.33 फीसदी योगदान गन्ना और चीनी उद्योग का है। प्रदेश की 24 चीनी मिलों में बिजली का भी 1971 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। इससे चीनी मिलों की आपूर्ति तो हो ही रही है आसपास के क्षेत्र में भी बिजली दी जा रही है।
सं त्यागी
वार्ता