राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 5 2019 3:20PM योगी दें इस्तीफा,मामले की जांच सिटिंग जज से करायें : अखिलेश
लखनऊ 05 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की भविष्यनिधि घोटाले के लिये सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार बताते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके इस्तीफे की मांग करते हुये मामले की जांच उच्च अथवा उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराने की सलाह दी है।
श्री यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि भविष्यनिधि घोटाले को लेकर उनकी सरकार पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद है। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में एक भी पैसा डीएचएफएल को नहीं दिया गया। इस मामले में हजरतगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी इस बात की गवाह है कि योगी सरकार ने बिजली कर्मचारियों की भविष्यनिधि की पहली किस्त डिफाल्टर कंपनी डीएचएफएल को दी।
उन्होने कहा कि पिछले ढाई साल से भविष्यनिधि का पैसा डीएचएफएल को दिया जा रहा था। इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है। इसलिये उन्हे अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिये बल्कि आज ही समाजवादी सरकार के कार्यकाल में बने मेंदाता अस्पताल के उदघाटन से पहले उन्हे इस्तीफा दे देना चाहिये।
श्री यादव ने कहा कि बिजली कर्मचारियों के हित से जुडे इस संवेदनशील मामले की जांच रातोंरात सीबीआई से कराने का राज्य सरकार का फैसला समझ से परे है और इससे उनकी मंशा पर सवालिया निशान खडे होते है। इस मामले की सच्चाई बाहर लाने के लिये उचित होगा कि मामले की जांच सिटिंग जज से करायी जाये।
उन्होने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में एक भी पैसा डीएचएफएल को नहीं दिया गया। एक सवाल के जवाब में कहा कि श्री योगी को विभाग के सभी जिम्मेदार अधिकारियों को फिलहाल बाहर कर देना चाहिये क्योंकि इनके रहते सच्चाई बाहर नहीं आ सकती।
प्रदीप
वार्ता