राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 1 2019 8:17PM लोकतंत्र की हत्या पर अमादा है योगी सरकार : रालोद
लखनऊ 1 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के उपचुनाव में अलीगढ़ की इग्लास सीट पर पर्चा खारिज होने से झल्लाये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने मंगलवार को कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकतंत्र की हत्या करने पर अमादा है और प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन कर उपचुनाव के रणक्षेत्र में उतरी रालोद के हिस्से में इग्लास के तौर पर एकमात्र सीट थी जिस पर उसकी प्रत्याशी श्रीमती सुमन दिवाकर का नामांकन खारिज कर दिया गया। प्रदेश की कुल 11 सीटों के लिये 21 अक्टूबर को मतदान होना है।
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रशासनिक हीलाहवाली के साथ साथ नामांकन दाखिल करते समय 2.55 बजे प्रस्तावक को रिटर्निंग आफीसर के कमरे मे घुसने नहीं दिया गया जिसके पास प्रत्याशी का बी फार्म भी था। इस मामले में रालोद के पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी ने रिटर्निंग आफीसर के सामने धरना दिया जबकि
शाम प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मसूद अहमद ने चुनाव पर्यवेक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करायी।
उन्होने कहा कि रिर्टनिंग आफीसर के सामने आन्ध्र प्रदेश के चुनाव आयोग की नियमावली भी पेश की गयी जिसमें बी फार्म की उपलब्धता नामांकन की अन्तिम तारीख को पांच बजे तक भी जमा करने का प्रावधान स्पष्ट रूप से अंकित है। सरकारी मशीनरी के इशारे पर सभी बातों को दरकिनार करते हुये रालोद प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया गया जो लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगाता है।
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि इगलास विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी का नाम उनके गांव की मतदाता सूची के साथ साथ शहर की भी मतदाता सूची में दर्ज हैं जो कि चुनाव आयोग की नियमावली के विरूद्व है। स्थानीय प्रशासन ने इस बात को दरकिनार करते हुये उसका पर्चा वैध घोषित किया जिससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन प्रदेष सरकार के इशारे पर ही नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य कर रहा है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव की बात करना बेइमानी है।
प्रदीप
वार्ता