नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (वार्ता) विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक के जरिये टोक्यो ओलम्पिक का कोटा हासिल कर चुके स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने प्रशिक्षण शिविर में भारतीय पहलवानों की प्रगति पर प्रसन्नता जताई है लेकिन साथ ही कहा कि प्रतिस्पर्धा होने पर ही पहलवान अपना स्तर जान पाएंगे।
बजरंग ने कहा, “लॉकडाउन की घोषणा से पहले हम अच्छी लय में थे। अब भी हमारा प्रशिक्षण अच्छा चल रहा है लेकिन हम केवल प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के बाद ही अपने स्तर को जान पाएंगे। एक खिलाड़ी को खेलने की जरूरत है अन्यथा वे कभी नहीं जान पाएंगे कि उनका स्तर क्या है।”
भारत ने कुश्ती में अब तक चार ओलंपिक कोटा जीते है और पुरुषों की फ्रीस्टाइल कुश्ती में तीन जीते हैं, जिनमें से एक बजरंग हैं और अन्य दो दीपक पुनिया और रवि दहिया हैं। पुरूष फ्रीस्टाइल कुश्ती के प्रमुख राष्ट्रीय प्रशिक्षक जगमिंदर सिंह शिविर के फिर से शुरू होने के बाद से पहलवानों की प्रगति को देखकर प्रसन्न हैं लेकिन उन्होंने भी कहा कि प्रतिस्पर्धा से ही उनके स्तर की बेहतर जानकारी मिलेगी।
जगमिंदर ने कहा, “प्रशिक्षण शुरू होने से अब तक पहलवानों में काफी सुधार हुआ है। हमने धीमी शुरुआत की थी, लेकिन अब हमारा प्रशिक्षण पूरी गति में है, किन्तु हमें आगे आने वाली प्रतियोगिताओं के अनुसार अपने प्रशिक्षण को बेहतर बनाने की आवश्यकता होगी। पहलवानों का सही स्तर तभी पता लग पाएगा जब वह प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।”
इस साल की विश्व कुश्ती चैंपियनशिप दिसंबर में निर्धारित की गई है और बजरंग पुनिया तथा जगमिंदर दोनों को उम्मीद है कि इस टूर्नामेंट के आगे बढ़ने के साथ-साथ अन्य कुश्ती स्पर्धाओं को भी फिर से शुरू किया जाएगा। भारत के पास अगले वर्ष होने वाले एशियाई और विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में पुरुषों की कुश्ती (ग्रीको-रोमन में 6 और फ्रीस्टाइल में 3) में अपने शेष ओलंपिक कोटा जीतने के अवसर हैं।
राज
जारी वार्ता