शिमला, 13 नवम्बर(वार्ता) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नशे को एक गम्भीर समस्या बताते हुये युवाओं से इससे दूर रहने तथा इसके निवारण के लिये उनसे सहयोग की अपील की है।
श्री ठाकुर ने प्रैस क्लब शिमला द्वारा नशा निवारण को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को सम्बोधित करते हुये नशा निवारण में बच्चों के योगदान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चे नशा निवारण अभियान को नई ताकत दे सकते हैं क्योंकि ऐसे अभियानों में उनका रोल हमेशा अहम रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बच्चे न कहें, तो नशे पर नकेल कसी जा सकती है। बच्चों को सामाजिक दायित्व का पाठ सिर्फ क्लास रूम में ही नहीं पढ़ाया जा सकता है बल्कि ऐसे आयोजनों में शामिल होकर वह समाज के बीच संदेश वाहक का काम करते हैं। इस अभियान की सफलता के लिए जिद्द के साथ काम करने की आवश्यकता है और कामयाबी तभी सम्भव है जब इसमें समाज के हर वर्ग की सहभागिता हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा आज हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश और समस्त विश्व के सामने चिंता का विषय बन गया है। सरकार अपने दायित्व का निर्वहन कर रही है। नशा तस्करी को रोकने के लिए कानून बनाए गए हैं और जरूरत महसूस हुई तो इन्हें और कड़ा किया जाएगा। लेकिन सिर्फ कानून बनाने से ही समस्या का समाधान होने वाला नहीं है। सबसे पहले लोगों को इस सामाजिक बुराई के प्रति सचेत करने के लिए जागरूक करना बेहद आवश्यक है। सरकार की नीतियों के सकारात्मक परिणाम तब तक सामने नहीं आ सकते जब तक लोग उन्हें स्वीकार न करें।
श्री ठाकुर ने कहा कि सामाजिक दायित्वों का बोध बचपन से ही होना चाहिए। बच्चों में हर सामाजिक बुराई से लड़ने की क्षमता है। नशा नई पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की कि सामाजिक बुराईयों से लड़ने में अपने दायित्व का निर्वहन इस प्रकार से करें कि परिणाम सामने आएं। सरकार का कोई भी अभियान लोगों की सक्रिय सहभागिता के बगैर पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने बच्चों से नशे जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वयं भी नशे से दूर रहे और सेवन करने वाले अपने सगे-संबन्धियों और दोस्तों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने रिज मैदान पर स्कूली बच्चों की एक नशा निवारण रैली को झंडी दिखाकर भी रवाना किया। इस अवसर पर प्रैस क्लब के महासचिव अनिल भारद्वाज, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहाकार रोहित सावल, शिमला नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट, उपायुक्त अमित कश्यप, पुलिस अधीक्षक ओमापति जमवाल, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप तथा अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
रमेश1540वार्ता