बेंगलुरु, 07 अगस्त (वार्ता) भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान भरत छेत्री ने कहा है कि देश के युवा हॉकी खिलाड़ियों को अपने करियर के शुरुआती चरण में ही खेल की सही तकनीक सीख लेने की जरूरत है।
छेत्री ने युवा खिलाड़ियों से समय के साथ-साथ अपने खेल की बुनियादी तकनीक को विकसित करने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा, “एक पूर्व खिलाड़ी के तौर पर मुझे लगता है कि आप इस बात का समझते हैं कि इस खेल में सफल हाेने के लिए सही तकनीक का होना कितना अधिक आवश्यक है। मैं एक गोलकीपर था और हमारे लिए खेल की बुनियादी तकनीक के मामले में अच्छा होना बहुत आवश्यक था।”
उन्होंने कहा, “हमारे समक्ष सभी सही चीजें बाद में आती हैं जब हम अधिक अनुभवी हो जाते हैं और दुनिया भर में खेल चुके होते हैं। देश की युवा पीढ़ी के लिए यह अच्छी बात हे कि अब उनके पास उच्च स्तर की सुविधाएं और कोचिंग मौजूद हैं।”
छेत्री ने कहा, “इस बात की बहुत खुशी है कि भारत में खेल से जुड़े लोग इससे संबंधित व्यवसाय के बारे में भी सीख रहे हैं।” उन्होंने कहा, “इसमें बहुत सारी चीजें शामिल हैं जैसे कि युवा खिलाड़ियों को अधिक एक्सपोजर मिलना और उन्हें खेल की सभी बुनियादी पहलुओं की गहन जानकारी प्रदान किया जाना। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि देश के युवा खिलाड़ी अपने करियर के शुरुआती चरण में ही सही तकनीक के बारे में सीख रहे हैं।”
छेत्री ने हॉकी में एक दशक से अधिक समय तक भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह भारतीय महिला हॉकी टीम के सहायक कोच भी रह चुके हैं और हाल के वर्षों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सहायक कोच के रूप में भी अपनी सेवा दी है।
प्रियंका राज
वार्ता