नयी दिल्ली 27 नवंबर (वार्ता) चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह में देश का कुल वित्तीय घाटा बजट अनुमान के 127 प्रतिशत पर पहुंच गया। अक्टूबर तक सरकार की कुल आय 7,08,300 करोड़ रुपये रही जबकि कुल खर्च 16,61,454 करोड़ रुपये का रहा, जिससे देश का वित्तीय घाटा 9,53,154 करोड़ रुपये का रहा।
वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर के अंत तक देश का वित्तीय घाटा पूरे वर्ष के बजट अनुमान की तुलना में करीब 127 प्रतिशत पर पहुंच गया यानी सरकार ने पूरे साल के लिए जितने वित्तीय घाटे का अनुमान लगाया था, उससे करीब 27 प्रतिशत अधिक घाटा अक्टूबर अंत तक ही हो गया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार,केंद्र सरकार को अक्टूबर तक 5,75,697 करोड़ रुपये का कर राजस्व प्राप्त हुआ । इस अवधि में केंद्र सरकार को गैर रिण पूंजीगत प्राप्तियों के रूप में 16,397 करोड़ रुपये, गैर कर राजस्व के रूप में 1,16,206 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। केंद्र सरकार ने इस अवधि में 2,97,174 करोड़ रुपये राज्य सरकारों को कर की हिस्सेदारी के रुप में दिये, जो गत वर्ष की तुलना में 69,697 करोड़ रुपये कम है।
इसी अवधि में केंद्र सरकार का कुल व्यय 16,61,454 करोड़ रुपये का रहा। इसमें से 14,64,099 करोड़ रुपये राजस्व खाते में और 1,97,355 करोड़ रुपये पूंजीगत खाते में खर्च हुए। राजस्व खाते में किये गये कुल व्यय में से 3,33,456 करोड़ रुपये ब्याज के भुगतान में और 1,85,400 करोड़ रुपये सब्सिडी के मद में खर्च किये गये।
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