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असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, भूस्खलन में 21 की मौत

असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, भूस्खलन में 21 की मौत

गुवाहाटी, 02 जून (वार्ता) असम में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार जारी है लेकिन बराक घाटी में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन की घटनाओं में नौ बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गयी।

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि बराक घाटी के तीनों जिलों कछार, हैलाकांडी और करीमगंज में मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार रात कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ।

कछार जिले में भूस्खलन से एक ही परिवार के दो बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गयी। करीमगंज जिले में भूस्खलन की घटना में एक ही परिवार के छह लोगों की मृत्यु हो गयी। इनमें से तीन बच्चों समेत पांच लोग एक ही परिवार के थे।

हैलाकांडी जिले में भूस्खलन की अन्य घटना में चार बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी जिनमें चार लोग एक ही परिवार के थे। भूस्खलन से कई लोग घायल भी हुए हैं तथा बहुत से मकानों को नुकसान पहुंचा है।

इस बीच राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, राज्यपाल जगदीश मुखी और मुख्यमंत्री सर्वानंद साेनोवाल ने असम की बराक घाटी में भारी बारिश और भू-स्खलन की घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।

श्री कोविंद ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा,“असम की बराक घाटी में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई मौत दु:खद है। स्थानीय अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।” उन्होंने लिखा, “ शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं। प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।”

राज्यपाल प्रो़ जगदीश मुखी ने इन घटनाओं पर दुख जताया है तथा मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

श्री सोनोवाल ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवदेना व्यक्त की है। उन्होंने घटना में घायलों के उपचार और राहत में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं और मृतकों के परिवार को अनुग्रह राशि का शीघ्र भुगतान किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।

इस बीच राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार जारी है। कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान बाढ़ के कारण किसी की मौत नहीं हुयी। अब तक बाढ़ से नौ लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के तीन जिलों में 1.55 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है तथा 40 राहत शिविरों में 6000 लोग शरण लिए हुए हैं।

संजय.श्रवण

वार्ता

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