राज्य » अन्य राज्यPosted at: Dec 8 2019 11:52PM असम में सीएबी का विरोध,मुख्यमंत्री और एजीपी निशाने परगुवाहाटी, 08 दिसंबर (वार्ता) नागरिकता संशोधन विधेयक(सीएबी) संसद में पेश होने से पहले असम में इसका पुरजोर विरोध हो रहा है और विरोधियों ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और सरकार में गठबंधन साझेदार असम गण परिषद (एजेपी) पर निशाना साधा है। अखिल असम विद्यार्थी संघ (एएएसयू) ने राज्यभर में टॉर्च रैली निकाली। एएएसू के नेता समुज्जाल भट्टाचार्य और लुरिनज्योति गोगोई ने गुवाहाटी में प्रदर्शन का नेतृत्व किया। इन कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के काफिल को काले झंडे भी दिखाए। इससे पहले कालियाबोर में भी मुख्यमंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाए गए। प्रदर्शनकारियों ने एजेपी और उसके नेताओं को भी निशाने पर लिया। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के प्रदर्शन के कारण एजेपी के अध्यक्ष और राज्य के मंत्री अतुल बोरा अपने गोलाघाट स्थित आवास में ही रहे। पुलिस के प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने के बाद श्री बोरा पार्टी की बैठक में पहुंच सके। कुछ प्रदर्शनकारियों ने हालांकि श्री बोरा का पुतला भी फूंका। एजेपी के अन्य मंत्रियों और नेताओं पर भी विभिन्न जगह निशाना साधा गया। उल्लेखनीय है कि सीएबी विधेयक के मुताबिक धार्मिक आधार पर चुनिंदा पड़ोसी देशों से आए शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। इस प्रावधान के विरोध में असम सहित पूर्वी भारत के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे पहले जनवरी में एजेपी ने सीएबी के विरोध में भाजपा से नाता तोड़ लिया था लेकिन लोकसभा चुनाव के पहले उसने दोबारा भाजपा के साथ गठबंधन किया था। शोभित आशावार्ता