राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 20 2020 7:45PM आरक्षण के लिए राशनकार्ड के डेटाबेस को आधार बनाने का निर्णयरायपुर 20 सितम्बर(वार्ता)छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत तथा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगो को लोक सेवाओं में 10 प्रतिशत तक आरक्षण दिए जाने के लिए राज्य में वर्तमान में प्रचलित राशनकार्ड के डेटाबेस को आधार मानते हुए अद्यतन डेटा तैयार करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।इस डेटा का ग्राम सभा एवं नगरीय निकायों के वार्डो सभाओं में अनुमोदन भी कराया जाएगा। बैठक में छत्तीसगढ़ शासन के आरक्षण अध्यादेश पर उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए स्थगन के निराकरण के संबंध में नवीन प्रक्रिया के माध्यम से वर्गवार अद्यतन डेटा तैयार करने का निर्णय लिया गया। यह नया डेटा राज्य में प्रचलित राशनकार्ड को आधार मानकर तैयार किया जाएगा, ताकि वर्गवार छूटे हुए लोगो का भी डेटा एकत्र हो सके।वर्तमान में प्रचलित राशनकार्डो में से 99 प्रतिशत राशनकार्ड संबंधित परिवारों के आधार नम्बर एवं बैंकों खाते से लिंक हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि वर्तमान में प्रचलित राशनकार्ड धारी परिवारों की सूची का सार्वजनिक प्रकाशन ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों के वार्डो में किया जाएगा। इस संबंध में दावा-आपत्ति लेकर उसका निराकरण करने के साथ ही छूटे हुए परिवारों का राशनकार्ड बनाने हेतु नए सिरे से आवेदन भी लिया जाएगा। अपात्र लोगों के नाम भी सूची से विलोपित किए जाएंगे। बैठक में आगामी 02 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती कोरोना संक्रमण को देखते हुए संक्षिप्त तरीके से मनाने का निर्णय गया।जयंती कार्यक्रम में फिजिकल डिस्टेसिंग एवं सुरक्षा के उपायों का पालन सुनिश्चित करते हुए स्वच्छता, स्वालंबन, गांव के सेनेटाईजेशन एवं सुराजी ग्राम की अवधारणा पर आधारित कार्यक्रम होंगे।साहूवार्ता