राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Feb 20 2019 6:27PM आरपीएफ को विशेष अभियान में 922 लावारिस बच्चे मिलेभागलपुर, 20 फरवरी (वार्ता) पूर्व रेलवे के सियालदह, हावड़ा, आसनसोल एवं मालदह मंडलों में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) घर से भागे और लावारिस बच्चों की रक्षा एवं पुनर्वास के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। रेलवे सुरक्षा बल के पूर्वी प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक एवं प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त डाॅ. राजेन्द्र मल्लिक ने आज यहां इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के तहत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 922 लावारिस बच्चे मिले हैं। इनमें से 540 लड़कियां जबकि 382लड़के हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 471 बच्चों के घरों का पता लगाकर उनके माता-पिता और अभिभावकों को सौंप दिया गया है। श्री मल्लिक ने बताया कि अन्य बच्चों के घर का पता नहीं मिलने पर उनकी देखभाल एवं पुनर्वास के लिए संबंधित स्वंयसेवी संस्था को जिम्मेवारी दी गयी है। इसके अलावे 24 बच्चों को लिखित दस्तावेज के साथ इसके पुनर्वास के लिए स्थानीय पुलिस को सौंपा गया है। मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि पूर्वी रेल प्रक्षेत्र के इन मंडलों में वर्ष 2017 की तुलना में 2018 मे ऐसे बच्चों की संख्या में 38 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो समाज के लिए चिंता एवं चौंकाने वाली बात है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए बल के सभी अधिकारियों और जवानों को अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूक रहने को कहा गया है ताकि राह भटके एवं लावारिस बच्चों की ससमय पहचान कर उनका पुनर्वास किया जा सके। सं. सतीश सूरजवार्ता