गिलगित, 22 नवंबर (वार्ता) पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने विदेशी दौरों के दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान के अपने राजनीतिक विरोधियों की ‘आलोचना’ करने पर उन्हें आड़े हाथ लिया है।
श्री खान ने कुआलालम्पुर में पाकिस्तानी समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक वह सत्ता में रहेंगे विरोधियों के लिए मुश्किल होगी और जो अधिक शोर मचायेगा, उसे जेल जाना पड़ेगा।
गिलगित में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा, “ प्रधानमंत्री का बर्ताव गैर पेशेवराना है। वह विदेशी दौरों में अपने राजनीतिक विरोधियों की आलोचना करते हैं जबकि उन्हें अपनी सरकार का प्रतिनिधित्व करना चाहिए।”
जियो न्यूज के अनुसार बिलावल ने कहा, “ एक प्रधानमंत्री जब दूसरे देश की यात्रा पर हो, उसे समर्थन करना चाहिए जबकि श्री खान राजनीति के बारे में बोलते हैं, इमरान खान ने वोटों की हेराफेरी करके सरकार बनाई है।”
उन्होंने कहा, “ पीपीपी एक मजबूत दल है। हमने जियाउल हक और परवेज मुशर्रफ जैसे तानाशाह का सामना किया है और अब इस कठपुतली प्रधानमंत्री का मुकाबला करेंगे।”
देश की आर्थिक स्थिति पर पीपीपी प्रमुख ने कहा, “ देश के आर्थिक हालात दिन-ब-दिन खराब हो रहे हैं और महंगाई आसमान छू रही है। सरकार को गरीब लोगों का ध्यान देना चाहिए आैर उनको लेकर राजनीति बंद करनी चाहिए।”
“सरकार अतिक्रमण के नाम पर दुकानों को गिरा रही है। यह सरकार गरीब विरोधी है। फैसले लेने से पहले गरीबों का ध्यान रखा जाना चाहिए।”
बिलावल ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “ भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, इमरान खान कमजोर सरकार के असुरक्षित नेता हैं। वह बदला लेने के उद्देश्य से अपने विरोधियों पर दबाव बनाते हैं जिससे कि कोई उनका विरोध नहीं करे।” उन्होंने कहा, “ यदि हम भ्रष्टाचार पर नकेल कसना चाहते हैं तो हमें प्रत्येक को जवाबदेह बनाना होगा।”
उन्होंने कहा, “ हर किसी के लिए एक कानून होना चाहिए। कानून हर किसी के लिए एक सामान और गैर राजनीतिक होना चाहिए।” बिलावल ने कहा, “ बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब देश में भुट्टो नेता थे और वह देश की भलाई के लिए सोचते थे तो गैर राजनीति ताकतों ने उन्हें हटा दिया।”
उन्होंने कहा, “ पीपीपी लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने को तैयार है। पार्टी मुक्त मीडिया और मानव अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहेगी।”
मिश्रा.श्रवण
वार्ता