देहरादून 20 अगस्त (वार्ता) उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ में 15 जून से अब तक महिलाओं और बच्चों समेत 59 लोगों की मौत हो गई है और 12 अन्य लापता हैं।
रविवार को उत्तरकाशी जनपद में आई आपदा में 15 लोगों की मौत हो गई थी और छह अन्य लापता हो गये थे।
मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 अगस्त को उत्तरकाशी जनपद के मोरी तहसील क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 जून से अब तक पूरे राज्य में घटित आपदाओं में कुल 55 व्यक्ति घायल हुये हैं। इसके अतिरिक्त, 62 बड़े और 263 छोटे पशुओ की मौत हुई है। इसके अलावा 134 आवासीय भवन आंशिक तथा 115 पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी की तहसील मोरी में कोटीगाड़ घाटी अन्तर्गत,18 अगस्त की प्रातः अत्यधिक वर्षा होने केे कारण माकुड़ी, सनेल, टिकोची, नगवारा, आराकोट, मोल्डी, मलाना, दुचाणु, कलीच, जोटरी, डगोली, बरनाली, थापलि, बलावट, चिवा व स्नोल सहित अन्य गाँवों का लगभग 70 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। इनमें कुल 51 गांव एवं तोक हैं जो 24 घाटी तथा 27 पहाड़ी में बसे हैं।
श्री रावत ने बताया कि कुल अनुमानित क्षति लगभग 130 करोड़ रुपये की हुई है।
उन्होंने बताया कि वायुसेना और नागरिक उड्डयन के 04 हेलीकॉप्टर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त पानी, खाद्य सामग्री और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं। पशु, गौशाला एवं भवनों की क्षति का आंकलन किया जा रहा है।
श्री रावत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में राज्य आपदा राहत कोष (एस.डी.आर.एफ.) के अंतर्गत आपदा राहत एवं पुनर्निर्माण के लिये 320 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गयी है।